40% की छूट पाएं
नया! 💥 प्राप्त करें प्रोपिक्स जो रणनीति देखने के लिए जिसने S&P 500 को 1,183%+ से हराया है40% की छूट क्लेम करें

दिल्ली हाईकोर्ट ने डीसीपीसीआर के फंड पर रोक लगाने पर एलजी से जवाब मांगा

प्रकाशित 11/01/2024, 12:49 am
अपडेटेड 10/01/2024, 07:45 pm
दिल्ली हाईकोर्ट ने डीसीपीसीआर के फंड पर रोक लगाने पर एलजी से जवाब मांगा

नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को उपराज्यपाल (एलजी) से अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर फंड रोके जाने के खिलाफ दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग (डीसीपीसीआर) द्वारा दायर याचिका पर उनका रुख पूछा।याचिका में सरकारी धन के कथित दुरुपयोग पर जांच और विशेष ऑडिट लंबित रहने तक धन रोके जाने को चुनौती दी गई है।

न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि बाल अधिकार निकाय के खिलाफ एलजी वी.के. सक्सेना द्वारा आदेशित कार्रवाई पर प्रेस नोट के कुछ हिस्सों ने "राजनीतिक रंग" ले लिया और एलजी के वकील से निर्देश लेने को कहा।

प्रेस नोट में उल्लेख किया गया है कि डीसीपीसीआर के पूर्व अध्यक्ष अनुराग कुंडू और छह सदस्य राजनीतिक रूप से आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े थे।

अदालत ने कार्रवाई के पीछे संभावित राजनीतिक प्रेरणाओं के बारे में चिंता जताई।

सक्सेना के वकील ने कहा कि कार्रवाई अन्य राज्य अधिकारियों की सिफारिश के आधार पर की गई थी और निर्देश लेने के लिए समय का अनुरोध किया गया था।

पिछले साल सक्सेना ने डीसीपीसीआर द्वारा धन के कथित दुरुपयोग की जांच और विशेष ऑडिट को मंजूरी दे दी थी और जांच पूरी होने तक आगे के फंड आवंटन को रोकने का निर्देश दिया था।

डीसीपीसीआर के वरिष्ठ अधिवक्ता ने अदालत को सूचित किया कि बाल अधिकार निकाय को धन का आवंटन रोक दिया गया है।

अब अगली सुनवाई 19 जनवरी को होने की संभावना है। न्यायमूर्ति प्रसाद ने मंगलवार को डीसीपीसीआर के वकील को याचिका की एक प्रति एलजी कार्यालय को देने और उन्हें निर्धारित लिस्टिंग के बारे में सूचित करने का निर्देश दिया था।

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

यह याचिका सुप्रीम कोर्ट से स्थानांतरित की गई थी। शीर्ष अदालत ने 15 दिसंबर को डीसीपीसीआर को निर्देश दिया था कि वह राज्य अधिकारियों द्वारा अपने फंड को फ्रीज करने के बारे में चिंता जताने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट के समक्ष अपनी शिकायतें पेश करें।

डीसीपीसीआर का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ वकील गोपाल शंकरनारायणन ने सुप्रीम कोर्ट में तर्क दिया था कि राज्य में 60 लाख बच्चों को मिल रहीं सेवाएं प्रभावित होगी, इसलिए आयोग के फंड को फ्रीज नहीं किया जाना चाहिए।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित