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विहिप ने किया सिंध की मुक्ति का शंखनाद, आलोक कुमार बोले वैश्विक सिविल सोसाइटी को आना होगा आगे

प्रकाशित 15/01/2024, 03:24 am
विहिप ने किया सिंध की मुक्ति का शंखनाद, आलोक कुमार बोले वैश्विक सिविल सोसाइटी को आना होगा आगे

नई दिल्ली, 14 जनवरी (आईएएनएस)। विश्‍व हिंदू परिषद ने पाकिस्तान से सिंध की मुक्ति का शंखनाद करते हुए इसके लिए वैश्विक सिविल सोसाइटी से आगे आने का आग्रह किया है। दिल्ली में सिंधी समाज द्वार आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि पाकिस्तान के सिंध में ना धर्म सुरक्षित है, ना संस्कृति, ना मंदिर और न बेटियां। ऐसे में पाकिस्तान के चंगुल से उसकी मुक्ति ही एक मात्र मार्ग हो सकता है, जिसके लिए वैश्विक सिविल सोसाइटी को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि सिंध की पावन धरा का पाकिस्तान में जाना एक अपवित्र कार्य था, जिसके कारण वहां रहने वाले लाखों संत झूलेलाल के अनुयायी नारकीय अवस्था में जीने को मजबूर हैं। अमानवीय यातनाओं और अपने आस्था, विश्‍वास तथा परिजनों की सुरक्षा के लिए ये जरूरी हो गया है कि सिंधी समाज के साथ मजार पूजने वाले और शिया समाज को भी पाकिस्तानी जिहादी आतंकवाद और अमानवीय अत्याचारों से मुक्ति दिलाई जाए।

उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी का जिक्र करते हुए कहा कि 96 वर्षीय लालकृष्ण आडवाणी सिंधी समाज के एक प्रखर हस्ताक्षर हैं, जिनको श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठान के लिए आमंत्रित किया है। उन्हें खुशी है कि आयु, स्वाथ्य और मौसम की विपरीत परिस्थितियों के वावजूद उन्होंने वहां जाने के लिए अपनी सहर्ष स्वीकृति दी है।

इससे पहले आलोक कुमार और विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दिल्ली विश्‍वविद्यालय की प्रॉक्टर एवं राजधानी दिल्ली की पूर्व मेयर प्रोफसर रजनी अब्बी और दिल्ली विश्वविधालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह के निवास पर पहुंचकर इन दोनों व्यक्तियों को भी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अक्षत निमंत्रण दिया।

विहिप के दोनों नेताओं ने दिल्ली विश्‍वविद्यालय के दर्जनों परिवारों को भी अक्षत निमंत्रण दिया। प्रोफेसर योगेश ने कहा कि उनके लिए और सम्पूर्ण विश्‍वद्यालय के लिए यह सौभाग्य की बात है कि आज आलोक कुमार स्वयं भगवान राम का निमंत्रण लेकर यहां पहुंचे हैं। हम सब विश्‍वविद्यालय परिवार के लोग 22 जनवरी के महोत्सव को सामूहिक रूप से सपरिवार विश्‍वविद्यालय के मंदिर में सोल्लास मनाएंगे और दीयों की रोशनी से इसे जगमगाएंगे।

इस अवसर पर हंसराज कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रमा, किरोड़ीमल कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश खट्टर के साथ दिल्ली विश्‍वद्यालयों के विभिन्न कॉलेज के प्राचार्य, प्रोफेसर और शैक्षणिक व अशैक्षणिक अधिकारियों और कर्मचारियों को भी निमंत्रण दिए।

--आईएएनएस

एसटीपी/एसजीके

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