देहरादून, 29 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तराखंड में ठंड का कहर जारी है। पहाड़ी इलाकों में जहां पाला गिर रहा है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे ने लोगों का जीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। मौसम चक्र में हुए बदलाव और पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के कारण इस साल जनवरी का महीना सूखा निकल गया। लेकिन मौसम विभाग ने फरवरी में बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद जताई है। दिसंबर और जनवरी में बारिश और बर्फबारी होने से मैदान से लेकर पहाड़ तक काफी ठंड होती है। लेकिन इस बार इन दोनों महीनों में न तो खास बारिश हुई और ना ही ढंग से बर्फबारी।
बावजूद इसके प्रदेश भर में शीतलहर चलने और घना कोहरा छाने से शीत दिवस जैसी स्थिति बनी। जनवरी में तो मैदान से लेकर पहाड़ तक सूखी ठंड ने लोगों को परेशान किया।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि दिसंबर-जनवरी में औसतन चार से पांच पश्चिमी विक्षोभ आते हैं। इनमें से तीन मजबूत विक्षोभ आने से बारिश और बर्फबारी होती है। लेकिन बीते साल से यह कमजोर हुआ है। इसकी वजह से इन दोनों महीनों में सूखी ठंड पड़ी। यही कारण रहा कि मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया और शीत लहर चली।
मौसम विभाग ने 30 जनवरी से लेकर 1 फरवरी तक राज्य के उत्तरकाशी,चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, तथा बागेश्वर जनपदों में 3000 मीटर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बहुत हल्की से हल्की वर्षा और बर्फबारी होने की भी संभावना जताई है।
मौसम विभाग ने 31 जनवरी और एक फरवरी को राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, तथा नैनीताल जनपदों में कहीं कहीं गरजन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
इस दौरान मौसम विभाग ने इन जनपदों में जान माल की हानि होने की भी संभावना जताई है। उधम सिंह नगर तथा हरिद्वार जनपदों में इन दोनों दिनो में शीत दिवस तथा कहीं-कहीं घना कोहरा छाए रहने की भी संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है।
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स्मिता/एसकेपी