पटना, 30 जनवरी (आईएएनएस)। बिहार में एनडीए की सरकार बन गई। नीतीश कुमार ने फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली और उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली है। लेकिन, अब तक इनके विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है। अब सबकी नजर विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हुई है। कहा जा रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद भाजपा कोटे में जाएगा। इससे पहले एनडीए की सरकार में विजय कुमार सिन्हा विधानसभा अध्यक्ष थे, उनके उप मुख्यमंत्री बन जाने के बाद इस पद के लिए नंद किशोर यादव का नाम सबसे आगे है। इस दौड़ में अमरेंद्र प्रताप सिंह का नाम भी है।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नामों की चर्चा भी सत्ताधारी दलों में चल रही है। जदयू कोटे में अधिकांश पुराने चेहरे ही देखने को मिल सकते हैं। इसमें संजय झा तथा अशोक चौधरी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
भाजपा कोटे से मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए गोलबंदी शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि पार्टी जिन्हें लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है, वैसे लोगों को पार्टी मंत्री नहीं बनाना चाहती है। वैसे, भाजपा मंत्री के नाम तय करने में जहां क्षेत्रीय और जातीय समीकरण दुरुस्त करेगी, वहीं, माना जा रहा है कि महिला विधायक को भी मंत्रिमंडल में स्थान मिलना तय है।
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