🥇 निवेश का पहला नियम? जानें कब बचत करनी है! ब्लैक फ्राइडे से पहले InvestingPro पर 55% तक की छूटसेल को क्लेम करें

एमएसपी को लेकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में खुद 'फंसे' राहुल गांधी

प्रकाशित 12/02/2024, 06:32 pm
एमएसपी को लेकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में खुद 'फंसे' राहुल गांधी
ZL
-
ZS
-

नई दिल्ली, 12 फरवरी (आईएएनएस)। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी को लेकर सड़कों पर उतरने की किसानों की तैयारियों के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने फिर अपनी किरकिरी करवा ली है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर कुछ ऐसे आंकड़े साझा कर मोदी सरकार को निशाने पर लिया है जिन पर सवालिया निशान लग रहे हैं।जो आंकड़े सामने आए हैं, उनसे राहुल गांधी की पोल खुल रही है। मोदी सरकार पर किसानों को ठगने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि किसानों को फसलों की सही दाम न मिलने की वजह से उन पर 60 फीसदी कर्ज बढ़ गया है। जिसके चलते हर दिन लगभग 30 किसान अपनी जान गंवा रहे हैं।

लेकिन अगर 2010 से 2011 यूपीए कार्यकाल और 2023-24 एनडीए सरकार के एमएसपी चार्ट की तुलना करें तो आंकड़ों से राहुल गांधी की दावे की पोल खुल जाती है।

आंकड़ों के जरिए बताएं तो साल 2010-2011 यूपीए कार्यकाल में जहां खरीफ फसलों में धान की एमएसपी एक हजार रुपये थी, वहीं 2023-24 में एनडीए सरकार में 2,183 रुपए पहुंच गई। यानी कि अब धान की कीमतों में 118 प्रतिशत का उछाल आया है। वहीं ज्वार 880 रुपये से बढ़कर 3,180 रुपये तक पहुंच गया। अब तक 261 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, रागी की एमएसपी 965 से बढ़कर 3,846 रुपये हो गई है। रागी में 299 प्रतिशत प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

इसके अलावा सोयाबीन की कीमत में 219 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मूंग की दाल में कीमतों में 170 प्रतिशत, उड़द की 140 प्रतिशत बढ़ी है।

रबी की फसल की बात करें तो, गेहूं की एमएसपी 1,120 से बढ़कर 2,275 रुपये हो गई, यानि कि 103 प्रतिशत का उछाल आया है। मसूर की एमएसपी 2,250 से बढ़कर 6,425 रुपये हो गई है, यानी कि अब तक 186 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

इन आंकड़ों से साफ हो जाता है कि राहुल गांधी द्वारा किया दावा पूरी तरह से निराधार साबित होता है। केंद्र सरकार लगातार अन्नदाताओं के हित में उचित कदम उठा रही है। इससे तो राजनीतिक हलकों में सवाल यही उठ रहा है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले किसानों के आंदोलन को आधार बनाकर क्या राहुल गांधी और कांग्रेस अपनी सियासी रोटियां सेंकने के चक्कर में है।

बता दें कि राहुल गांधी ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''दिन रात ‘झूठ की खेती’करने वाले मोदी ने 10 वर्षों में किसानों को सिर्फ ठगा है। दोगुनी आमदनी का वादा कर मोदी ने अन्नदाताओं को एमएसपी के लिए भी तरसा डाला। महंगाई तले दबे किसानों को फसलों का सही दाम न मिलने के कारण उनके कर्ज़े 60 प्रतिशत बढ़ गए - नतीजा, लगभग 30 किसानों ने रोज़ अपनी जान गंवाई। धोखा जिसकी यूएसपी हो, वो एमएसपी के नाम पर किसानों के साथ सिर्फ राजनीति कर सकता है, न्याय नहीं। किसानों की राह में कीलें बिछाने वाले भरोसे के लायक नहीं हैं, इनको दिल्ली से उखाड़ फेंको, किसान को न्याय और मुनाफा कांग्रेस देगी।''

--आईएएनएस

एसके/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित