40% की छूट पाएं
🔥 हमारी एआई-चयनित स्टॉक स्ट्रेटेजी, टेक टाइटन्स, मई में अब तक +7.1% ऊपर है। स्टॉक्स में तेज़ी होने पर लाभ उठाएं।40% की छूट क्लेम करें

सीजेआई को वकीलों की चिट्ठी पर पीएम मोदी ने कहा, डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति

प्रकाशित 28/03/2024, 11:25 pm
सीजेआई को वकीलों की चिट्ठी पर पीएम मोदी ने कहा, डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति
INBA
-

नई दिल्ली, 28 मार्च (आईएएनएस)। वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे, मनन कुमार मिश्रा, आदिश अग्रवाल, चेतन मित्तल, पिंकी आनंद, हितेश जैन, उज्ज्वला पवार, उदय होल्ला, स्वरूपमा चतुर्वेदी सहित 600 से अधिक वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई. चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर न्यायपालिका की सत्यनिष्ठा को कमजोर करने के प्रयासों पर चिंता व्यक्त की। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इन वरिष्ठ वकीलों की इस चिंता पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसे लेकर लिखा, ''दूसरों को डराना-धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है। पांच दशक पहले ही उन्होंने 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' का आह्वान किया था - वे बेशर्मी से अपने स्वार्थों के लिए दूसरों से प्रतिबद्धता चाहते हैं, लेकिन राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से बचते हैं। ऐसे में कोई आश्चर्य नहीं कि 140 करोड़ भारतीयों ने उन्हें अस्वीकार किया है।''

दरअसल, इन वरिष्ठ वकीलों ने सीजेआई को पत्र में लिखा है कि एक खास समूह है जो अदालती फैसलों को प्रभावित करने के लिए दबाव डालता है, विशेष रूप से ऐसे मामलों को यह प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं जिनसे या तो नेता जुड़े हुए हैं या फिर सीधे उन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। ऐसे में इस समूह के लोगों की गतिविधियां देश के लोकतांत्रिक ताने-बाने और न्यायिक प्रक्रिया के लिए खतरा है।

सभी वकीलों ने इस चिट्ठी में चिंता जताई है कि ऐसे में न्याय को कायम रखने के लिए काम करने वाले के रूप में "हम सोचते हैं कि यह हमारी अदालतों के समर्थन में खड़े होने का समय है"। अब इसके खिलाफ एक साथ आने और गुप्त हमलों के खिलाफ बोलने की जरूरत है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारी अदालतें हमारे लोकतंत्र के स्तंभ के रूप में सुरक्षित रहें।

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

चिट्ठी में वकीलों का कहना है कि इस खास समूह के लोगों द्वारा कई तरीकों से न्यायपालिका के कामकाज को प्रभावित करने की कोशिश की जाती है। न्यायपालिका के बारे में गलत नैरेटिव पेश करने के साथ ही अदालतों की कार्यवाहियों पर सवाल उठाना इनका काम है जिसके जरिये अदालतों में जनता के विश्वास को कम किया जा सके।

चिट्ठी में यह भी लिखा गया है कि यह समूह अपने राजनीतिक एजेंडे के आधार पर ही अदालत के फैसलों की सराहना या आलोचना करता है। इसके साथ ही इसी ग्रुप ने "बेंच फिक्सिंग" का सिद्धांत भी गढ़ा है। वकीलों ने आरोप लगाया है कि जब किसी नेता के भ्रष्टाचार का मामला सामने आता है तो यह समूह उनके बचाव में आ जाता है और फिर जब अदालत से उनके मनमाफिक फैसला नहीं आता तो वे अदालत के भीतर या फिर मीडिया के जरिए अदालत की आलोचना करने लगते हैं।

वहीं, कई ऐसे भी तत्व इस समूह में हैं जो जजों पर कुछ चुनिंदा मामलों में अपने पक्ष में फैसला देने के लिए दबाव डालने की कोशिश करते हैं। यह सब कुछ सोशल मीडिया पर झूठ फैलाकर किया जा रहा है।

वकीलों के समूह ने चिट्ठी में लिखा है कि चुनावी मौसम में यह खास समूह कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो जाता है। ऐसा ही 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी देखने को मिला था। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट से इन वकीलों ने गुहार लगाई है कि इस तरह के हमलों से अदालतों को बचाने के लिए सख्त और ठोस कदम उठाएं।

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

--आईएएनएस

जीकेटी/एकेजे

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित