प्रीमियम डेटा अनलॉक करें: 50% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

एल्विश यादव की बढ़ी मुश्किलें, चार्जशीट का संज्ञान लेगा कोर्ट, हर तारीख पर होना होगा पेश

प्रकाशित 08/04/2024, 07:59 pm
एल्विश यादव की बढ़ी मुश्किलें, चार्जशीट का संज्ञान लेगा कोर्ट, हर तारीख पर होना होगा पेश
INBA
-

नोएडा, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। यूट्यूबर एल्विश यादव समेत अन्य 8 सहयोगियों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में तमाम आरोपों को सिद्ध करने के लिए पुलिस ने साक्ष्य होने की बात की है। इन साक्ष्यों में चाहे तो इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस हों, एफएसएल रिपोर्ट हो या फिर 24 गवाहों के दर्ज बयान हों, सबका जिक्र 1,200 पन्ने की चार्जशीट में है। कोर्ट सोमवार को एल्विश यादव सहित 8 अन्य सहयोगियों के खिलाफ चार्जशीट का संज्ञान लेगा। चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद कोर्ट सभी आरोपियों पर चार्ज फ्रेम करेगा और उसके बाद मामले की सुनवाई शुरू होगी। चार्ज फ्रेम होने के साथ-साथ सभी आरोपियों को नोटिस भेजा जाएगा। जिसके जारी होने के बाद हर तारीख पर एल्विश यादव और अन्य सहयोगियों को कोर्ट पहुंचना होगा।

पुलिस पहले ही एल्विश समेत दो अन्य लोगों के फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज चुकी है। शक है कि तीनों फोन से कई जरूरी चैट और वीडियो डिलीट किए गए हैं। इनको रिकवर करने के लिए उन्हें गाजियाबाद की निवाणी स्थित फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक डिलीट वीडियो और चैट में रेव पार्टी और सांपों के जहर से जुड़े कई वीडियो और बातें शामिल थी, जिनके रिकवर हो जाने से पुलिस की चार्जशीट को और भी बल मिलेगा। साथ ही आरोपियों पर दर्ज किए गए वन्य जीव संरक्षण मामले को भी पुलिस पुख्ता कर सकेगी।

गौरतलब है कि बीते साल पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उसके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने जब पार्टी वाली जगह पर रेड की थी तो पांच सेपेरों के पास से कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल जहर मिला था। सभी को जेल भेज दिया गया था।

इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात कर रहा है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी।

पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहा। होली के पहले उसे मामले में जमानत मिल गई थी।

--आईएएनएस

पीकेटी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित