💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

बांसुरी स्वराज ने जल संकट को लेकर केजरीवाल सरकार पर फिर साधा निशाना

प्रकाशित 17/06/2024, 06:29 pm
बांसुरी स्वराज ने जल संकट को लेकर केजरीवाल सरकार पर फिर साधा निशाना

दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को पानी की किल्लत को लेकर भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। बांसुरी ने कहा कि केजरीवाल सरकार की लापरवाही की वजह से आज दिल्लीवासी एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। मुख्यमंत्री को सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने से मतलब है।बीजेपी नेता बांसुरी स्वराज ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “कहते हैं कि नीयत हो तो नियति भी बदल जाती है। अरविंद केजरीवाल की नीयत ही नहीं है कि दिल्लीवालों को पानी मिले। दिल्ली जल बोर्ड पूरी तरह से केजरीवाल सरकार के नियंत्रण में है। इनकी जिम्मेदारी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने की है। इनकी जिम्मेदारी वाटर टैंकर माफिया पर अंकुश लगाने की है। इनकी जिम्मेदारी बनती है कि लोगों तक पेयजल उपलब्ध कराया जाए, लेकिन एक दशक से ये लोग दिल्ली में सत्ता तो भोग रहे हैं, लेकिन लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।“

बीजेपी नेता ने कहा, “बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार भी लगाई थी। कोर्ट ने पूछा था कि आप लोग अवैध टैंकर माफिया पर रोक लगाने के लिए क्या कर रहे हैं? लेकिन, इनके पास कोई जवाब नहीं था, क्योंकि ये लोग अवैध टैंकर माफिया पर रोक लगाने के लिए कुछ नहीं कर रहे हैं। इन लोगों को दिल्ली की जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। केजरीवाल सरकार को सामने आकर बताना चाहिए कि वो दिल्ली में पानी की बर्बादी रोकने के लिए क्या कर रही है? सच्चाई यह है कि अरविंद केजरीवाल सरकार कुछ नहीं कर रही है। दिल्ली जल बोर्ड में केजरीवाल सरकार के संरक्षण में बड़ा घोटाला हो रहा है।“

उन्होंने आगे कहा, “सुप्रीम कोर्ट में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि हरियाणा की ओर से दिल्ली के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। मैं यहां आतिशी जी से पूछना चाहती हूं कि जब प्रोसेसिंग पावर केवल 990 क्यूसेक एमजीडी है, तो ये लोग किस मुंह से ज्यादा पानी मांग रहे हैं।“

बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले कई दिनों से पानी की किल्लत बरकरार है। आमतौर पर गर्मी की दस्तक के साथ ही यहां पानी की किल्लत पैदा हो जाती है, जिसे देखते हुए केजरीवाल सरकार की ओर से हर साल 'समर एक्शन प्लान' तैयार किया जाता है, जिसकी बैठक अमूमन मार्च में हो जाया करती थी, लेकिन इस बार इस तरह का कोई प्लान तैयार नहीं किया गया और ना ही ऐसी कोई बैठक हुई। बीजेपी का आरोप है कि केजरीवाल सरकार पूरे साल जनता के हितों को ताक पर रखते हुए शराब घोटाले को लेकर राजनीति करने में व्यस्त रही।

--आईएएनएस

एसएचके/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित