कोलकाता, 1 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के भांगर में तृणमूल कांग्रेस और ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (एआईएसएफ) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद शनिवार को फिर से तनाव बढ़ गया।हाल ही में 8 जुलाई के पंचायत चुनावों के नामांकन के दौरान हुई हिंसक और खूनी झड़पों के बाद भांगर खबरों में था।
एआईएसएफ ने आरोप लगाया है कि शनिवार को भगवानपुर इलाके में कुछ स्थानीय तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कच्चे बम फेंककर दीवार पर लिखे स्लोगन को नष्ट करने की कोशिश की, जिसके बाद तनाव शुरू हो गया।
एआईएसएफ समर्थकों ने दावा किया कि जब उनके समर्थकों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई कर दी।
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि दो दलों के समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक झड़प में बदल गई, जिसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गयी और देशी बम फेंके गए।
स्थानीय एआईएसएफ नेता आलमगीर हुसैन ने कहा कि चूंकि भांगर सामान्य स्थिति में लौट रहा है, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ता चुनाव से पहले मतदाताओं को आतंकित करने के लिए तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
रिपोर्ट दर्ज होने के समय एआईएसएफ समर्थकों ने स्थानीय सड़कों को जाम कर आंदोलन शुरू कर दिया था|
हालांकि, स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता सिराजुल इस्लाम ने आरोपों से इनकार किया है और दावा किया है कि एआईएसएफ कार्यकर्ता अनावश्यक रूप से सड़कों को अवरुद्ध कर क्षेत्र में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
पहले की झड़पों के दौरान कम से कम तीन लोग मारे गए थे, जिनमें से दो एआईएसएफ से जुड़े थे और एक तृणमूल कांग्रेसे जुड़ा था।
8 जून को ग्रामीण निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा होने के बाद से, चुनाव संबंधी हिंसा में 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
वोटों की गिनती 11 जुलाई को होगी।
--आईएएनएस
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