💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

सरकार मणिपुर पर संसद में चर्चा को तैयार, लेकिन विपक्ष ढूंढ रहा है हंगामा करने का मुद्दा - जोशी

प्रकाशित 20/07/2023, 12:32 am
सरकार मणिपुर पर संसद में चर्चा को तैयार, लेकिन विपक्ष ढूंढ रहा है हंगामा करने का मुद्दा - जोशी

नई दिल्ली, 19 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि विपक्षी दलों की मांग को स्वीकार करते हुए सरकार संसद में मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है। मानसून सत्र से पहले सरकार द्वारा बुलाई गए सर्वदलीय बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सरकार मणिपुर पर चर्चा करने को तैयार है।हालांकि, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों द्वारा मणिपुर हिंसा पर संसद में प्रधानमंत्री के जवाब या बयान देने की मांग को खारिज करते हुए जोशी ने कहा कि इस तरह के मामलों की नोडल एजेंसी गृह मंत्रालय है और विपक्ष अभी से यह मांग कर संसद में हंगामा करने का बहाना ढूंढ रहा है। सारा देश जानता है कि सदन में कौन हंगामा करता है।

उन्होंने कहा कि सरकार नियम और प्रक्रिया के मुताबिक सदन में मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। जब भी स्पीकर और चेयरमैन तारीख और समय तय करेंगे, सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्ष से सदन चलाने में सहयोग करने की अपील भी की। विपक्षी दलों द्वारा अपने गठबंधन का नाम 'इंडिया' रखने पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नाम बदलने से कोई बदल नहीं जाएगा, लोग तो वही हैं। यह ओल्ड वाइन इन न्यू बॉटल जैसा मामला है।

संसद का मानूसन सत्र नए भवन की बजाय पुराने भवन में ही करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि संसद के नए भवन में काम कब शुरू होगा, यह लोक सभा स्पीकर और राज्य सभा चैयरमैन तय करेंगे। जोशी ने बताया कि आज की सर्वदलीय बैठक में 34 पार्टियों के 44 नेता शामिल हुए। बैठक में सभी दलों ने अपनी-अपनी बात रखी।सभी दलों ने मणिपुर पर चर्चा की मांग की, सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार की लिस्ट में 31 बिल हैं और यह आगे तय होगा कि कौन-कौन सा पेश किया जाएगा।

बता दें कि लोक सभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मानसून सत्र के दौरान मणिपुर में हो रही हिंसा के मसले पर संसद में चर्चा कराए जाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जवाब या बयान देने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने लोक सभा अध्यक्ष बिरला की अध्यक्षता में हुई सदन की बीएसी की बैठक और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में महंगाई, भारत चीन सीमा के हालात, भारत और चीन के बीच व्यापार, बाढ़ और केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे भारत के संघीय ढांचे पर हमले के मुद्दे पर भी चर्चा कराने की मांग की है।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष मणिपुर, दिल्ली सरकार के अधिकारों से जुड़े अध्यादेश, ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे और महंगाई पर सदन में चर्चा चाहता है।

आप सांसद संजय सिंह ने दिल्ली सरकार के अधिकारों से जुड़े विधेयक को सरकार द्वारा पहले नंबर पर रखने की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष इसका विरोध करेगा। उन्होंने पंजाब के राज्यपाल के रवैये का भी मुद्दा उठाया। बीजेडी ने महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया तो वहीं जेडीयू ने जातीय जनगणना का मुद्दा सर्वदलीय बैठक में उठाया। शिवसेना ( शिंदे गुट ) के नेता राहुल शेवाले ने सरकार से बालासाहेब ठाकरे के तीसरे सपने यानी समान नागरिक संहिता को पूरा करने के लिए सरकार से इसी सत्र में बिल लाये जाने की मांग की।

केंद्रीय मंत्री एवं आरपीआई नेता रामदास आठवले ने देश में महिलाओं और दलितों पर बढ़ रहे अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए इस पर सदन में चर्चा कराने की मांग की। कई राजनीतिक दलों ने बाढ़, महंगाई, दल-बदल कानून सहित कई अन्य मुद्दों को भी बैठक के दौरान उठाया। संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होगा और 11 अगस्त तक चलेगा। 23 दिनों तक चलने वाले इस मानसून सत्र में कुल 17 बैठकें होंगी।

--आईएएनएस

एसटीपी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित