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प्रधानमंत्री मोदी का बयान 'शासन की भारी विफलताओं' से ध्यान हटाने की कोशिश - कांग्रेस

प्रकाशित 20/07/2023, 07:54 pm
प्रधानमंत्री मोदी का बयान 'शासन की भारी विफलताओं' से ध्यान हटाने की कोशिश - कांग्रेस

नई दिल्ली, 20 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मणिपुर की घटना पर बयान देते हुए कहा कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। उनके बयान पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है। कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान पर जवाब दिया कि उन्होंने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में महिलाओं पर अत्याचारों को नजरअंदाज किया है। जबकि, अन्य राज्यों, खासकर विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को एक समान बताकर 'शासन की भारी विफलताओं' से ध्यान हटाने की कोशिश की है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि ''1,800 घंटे से अधिक की समझ से बाहर और अक्षम्य चुप्पी के बाद, प्रधानमंत्री ने आखिरकार मणिपुर पर कुल 30 सेकेंड तक बात की।"

जयराम रमेश ने आगे कहा कि "पीएम ने अन्य राज्यों, विशेषकर विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को बराबर करके मणिपुर की भारी शासन विफलताओं और मानवीय त्रासदी से ध्यान हटाने की कोशिश की है। जबकि, एमपी, यूपी और गुजरात जैसे राज्यों में महिलाओं पर अत्याचारों को नजरअंदाज कर दिया।"

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि "सबसे पहले, उन्होंने चल रहे जातीय संघर्ष के मुद्दे को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने शांति के लिए कोई अपील नहीं की है, न ही मणिपुर के मुख्यमंत्री से पद छोड़ने के लिए कहा है। जबकि, उन्होंने सामने आए एक वीडियो पर टिप्पणी की है। यह मणिपुर राज्य में बर्बर हिंसा की सैकड़ों घटनाओं का केवल एक उदाहरण है।"

उन्होंने यह भी कहा कि "दूसरी बात, प्रधानमंत्री ने मणिपुर में चल रही हिंसा को अन्य राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों से जोड़ने की कोशिश की। कांग्रेस शासित राज्यों में इन अपराधों के अपराधियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है। मणिपुर में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने में 15 दिन लग गए और आज 64 दिन बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मणिपुर में कानून-व्यवस्था और प्रशासन पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।"

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि"यह बहुत कम है, बहुत देर हो चुकी है। केवल शब्दों से काम नहीं चलेगा। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जवाबदेही से बच नहीं सकते। मणिपुर के मुख्यमंत्री को तुरंत पद छोड़ देना चाहिए। इंडिया जवाब मांगता रहेगा - मणिपुर में शांति और सुलह की दिशा में एक रास्ता सुनिश्चित करें।''

जयराम रमेश की टिप्पणी पीएम मोदी द्वारा गुरुवार को मणिपुर की घटना पर दुख और गुस्सा व्यक्त करने के बाद आई। पीएम मोदी ने कहा था कि पूर्वोत्तर राज्य में महिलाओं के साथ वीभत्स घटना बहुत शर्मनाक है। इसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है।

दरअसल, पीएम मोदी ने मानसून सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि "आज मेरा दिल दर्द और गुस्से से भर गया है। मणिपुर की जो घटना सामने आई है, किसी भी सभ्य समाज के लिए यह बहुत शर्मनाक घटना है।"

बता दें कि मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसी वीडियो को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले बयान दिया था। जिसके जवाब में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी और मणिपुर सरकार पर सवाल उठाए हैं।

--आईएएनएस

एबीएम

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