प्रीमियम डेटा अनलॉक करें: 50% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

केंद्र, राज्य सरकार को मणिपुर संकट जल्द से जल्द हल करने के लिए ठोस योजना बनानी चाहिए : सीओसीओएमआई

प्रकाशित 26/07/2023, 05:28 am
केंद्र, राज्य सरकार को मणिपुर संकट जल्द से जल्द हल करने के लिए ठोस योजना बनानी चाहिए : सीओसीओएमआई
NICKEL
-

नई दिल्ली, 25 जुलाई (आईएएनएस)। मणिपुर के कई नागरिक समाज संगठनों के समूह 'कोऑर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी (सीओसीओएमआई)' ने मंगलवार को पूर्वोत्तर राज्य की मौजूदा स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के पास संकट को जल्द से जल्द हल करने के लिए एक ठोस योजना या नीति होनी चाहिए।

सीओसीओएमआई के प्रवक्ता खुराइजम अथौबा ने यहां आईएएनएस को बताया, "हमें लगता है कि अब समय आ गया है, क्योंकि पहले ही 80 दिन बीत चुके हैं, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के पास इस संकट को जल्द से जल्द हल करने के लिए एक बहुत ही ठोस योजना या नीति होनी चाहिए। अन्यथा, चीजें हाथ से निकल जाएंगी, क्योंकि लोग पहले से ही मणिपुर में स्थिति को संभालने के तरीके से तंग आ चुके हैं।"

केंद्र सरकार द्वारा स्थिति को संभालने पर निराशा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "यह संतोषजनक नहीं है। ऐसा लगता है कि स्थिति को संभालने में केंद्र सरकार का भी अपना हित है।"

"प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कभी भी मुद्दों पर बात नहीं की है। वह छिटपुट घटनाओं में से एक के संदर्भ में एक बार भी नहीं बोल सकते हैं। उन्होंने (मणिपुर में) समस्या के मुख्य मुद्दों के बारे में उल्लेख नहीं किया है।"

पिछले हफ्ते संघर्षग्रस्त मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई वीभत्स घटना के बाद प्रधानमंत्री ने अपना दर्द और गुस्सा जाहिर किया था और इसे बेहद शर्मनाक बताया था, जिसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।

इससे पहले, सीओसीओएमआई के प्रवक्ता ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "राज्य और केंद्र सरकारों का प्रबंधन (मणिपुर के) लोगों की अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। बलों की भारी तैनाती के बावजूद, वे स्थिति को कैसे नियंत्रित नहीं कर सके। यह बहुत चौंकाने वाला है।"

उन्होंने कहा, "कुकी आतंकवादी समूहों द्वारा सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशंस (एसओओ) के जमीनी नियमों के उल्लंघन के कई सबूतों के बावजूद भारत सरकार ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।"

मणिपुर में 3 मई को जातीय संघर्ष भड़क उठा और तब से अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोगों को राहत शिविरों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल पूर्वोत्तर राज्य में मौजूदा संकट के लिए मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को दोषी ठहरा रहे हैं और उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।

मणिपुर के सीएम ने सोमवार को आईएएनएस से कहा था कि उनकी सरकार राज्य में जल्द से जल्द शांति बहाल करने के लिए कदम उठा रही है।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित