भुवनेश्वर, 31 जुलाई (आईएएनएस)। ओडिशा पुलिस ने राज्य के अंगुल जिले में 14 वर्षीय लड़के की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में एक महिला पुजारी और उसके तीन बेटों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पहचान जिले के कियाकाटा थाना अंतर्गत सुबरनापुर गांव के संचित बिस्वाल के रूप में की गई है। इस आरोप में महिला पुजारी रितांजलि बाग और और उसके तीन बेेटों दिव्यरंजन, सौम्यरंजन और ज्योतिरंजन को गिरफ्तार किया गया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, संचित की तबीयत ठीक नहीं थी और उसकी मां बसंती उसे 22 जुलाई को आशीर्वाद लेने के लिए मंगला कोठी ले गईं, जो देवी मंगला के लिए एक विशेष पूजा स्थल है। इसे आरोपी रितांजलि बाग चलाती है। वहां उपाय सुझातेे हुएसंचित और उसकी मां को अलग-अलग सोने के लिए कहा गया था। उसी रात कोठी के कमरे से लड़का लापता पाया गया।
परिवार के सदस्यों ने उसकी काफी तलाश की, नहीं मिलने पर मां बसंती ने किआकाटा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। 24 जुलाई को मामला दर्ज किया गया।
28 जुलाई को संचित का क्षत-विक्षत शव बरुनी वन क्षेत्र में एक पेड़ से लटका हुआ मिला, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया और लोगों ने विरोध करते हुए पुलिस वाहन में आग लगा दी। उन्होंने किआकाटा-अथमलिक रोड पर सड़क जाम भी की, जिसे मामले में कार्रवाई के आश्वासन के बाद हटा लिया गया।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है और मंगला कोठी को सील कर दिया है।
अंगुल से एसपी सुधांशु शेखर मिश्रा ने कहा कि “हमने इस मामले में महिला और उसके तीन बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों ने इस अपराध को आंशिक रूप से स्वीकार किया है। हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।''
उन्होंने कहा कि पुलिस हत्या मामले में आगे की जांच के लिए आरोपियों का रिमांड मांगेगी।
इस मामले में नरबलि के एंगल के बारे में पूछे जाने पर एसपी ने कहा कि ''इस स्तर पर बिना किसी वैज्ञानिक साक्ष्य कुुछ भी बोलना संभव नहीं है। उन्होंने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डॉक्टरों की राय के बाद ही कोई निर्णायक राय दे सकते हैं।"
--आईएएनएस
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