तिरुवनंतपुरम, 9 अगस्त (आईएएनएस)। पुथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चांडी ओमन का नाम पहले से तय था। जैसे ही इसकी घोषणा हुई, उन्होंने अपने पिता ओमान चांडी की कब्र पर जाकर प्रचार अभियान शुरू किया, जिन्होंने 1970 से इस साल 18 जुलाई को उनके निधन तक रिकॉर्ड 53 साल इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।पार्टी ने मंगलवार रात जूनियर चांडी के नाम की घोषणा की और इसके तुरंत बाद उन्होंने कब्र पर प्रार्थना की और प्रसिद्ध सेंट जॉर्ज ऑर्थोडॉक्स चर्च के अंदर कुछ देर बैठे और फिर अभियान की राह पर निकल पड़े।
इस बीच, उन्होंने प्रमुख धार्मिक स्थलों का दौरा किया और आधी रात के बाद भी उनका दौरा जारी रहा।
बुधवार की सुबह उनके पैतृक घर पर काफी चहल-पहल थी और स्वर्गीय चांडी के करीबी कई लोग चांडी ओमन के साथ अभियान में उतरने का इंतजार कर रहे थे।
निर्वाचन क्षेत्र में कई स्थानों पर चांडी ओमन के नाम की घोषणा करने वाले फ्लेक्स बोर्ड पहले ही लग चुके हैं, जिसे चांडी बहुत अच्छी तरह से जानते थे और लोगों को उनके पहले नाम से बुलाते थे।
चांडी ओमन ने कहा, "मैं निश्चित रूप से ओमन चांडी नहीं बन सकता और उनका उत्तराधिकारी बनना एक बड़ी चुनौती है।"
कांग्रेस ने पहले ही पुथुपल्ली निर्वाचन क्षेत्र में 182 पार्टी बूथों पर पदाधिकारियों का गठन कर लिया है और चांडी के निकटतम सहयोगियों - पार्टी के वरिष्ठ विधायक तिरुवंचूर राधाकृष्णन और पूर्व राज्य मंत्री के.सी. जोसेफ को आगे से नेतृत्व करने के लिए समग्र निगरानी सौंपी है।
जिस तरह से वामपंथियों ने वंशवाद की राजनीति की बात करना शुरू की है, उसे खारिज करते हुए विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा कि अगर ओमान चांडी के बेटे नहीं होते तो शायद उन्हें पहले ही सीट मिल जाती।
सतीसन ने कहा, "चुनाव इस बात पर चर्चा करेगा कि सौर घोटाले में वामपंथियों ने चांडी को कैसे परेशान किया और यह पिनाराई विजयन के शासन पर जनमत संग्रह होगा।"
लेफ्ट की ओर से ओमन के विरोधी उम्मीदवार कौन होगा, इसके लिए शुक्रवार तक इंतजार करना होगा।
--आईएएनएस
एकेजे