भोपाल, 9 अगस्त (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पर्यटन विभाग का एक विज्ञापन चर्चा में है -- एमपी अजब है सबसे गजब है। राज्य में कई मामले सामने आते रहते हैं जो इस लाइन को चरितार्थ करते हैं। राजधानी भोपाल में एक रिटायर्ड स्टोर कीपर के करोड़पति जैसे ठाट बाट सामने आए हैं। उसकी वेतन 45 हजार थी, मगर वह 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति का मालिक निकला।लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड स्टोर कीपर अशफाक अली के भोपाल और विदिशा के ठिकानों पर दबिश दी तो हर कोई हैरान रह गया। उनके पास से 45 लाख के सोने के गहने और 21 लाख रुपये नगद बरामद किए गए। इतना ही नहीं उनकी 50 से अधिक चल अचल संपत्तियों का पता चला है। इसकी लोकायुक्त जांच कर रही है।
लोकायुक्त के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अशफाक अली राजगढ़ में स्वास्थ विभाग के स्टोर कीपर के पद पर पदस्थ थे और वर्ष 2021 में सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उनके पास आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली थी। उसी आधार पर लोकायुक्त ने भोपाल के दो मकान और विदिशा में एक स्थान पर दबिश दी।
बरामद नकदी की गिनती के लिए मशीन बुलाना पड़ी। मकान के डेकोरेशन पर लाखों रुपए खर्च किए गए होंगे क्योंकि उसका इंटीरियर डेकोरेशन होटल जैसा है।
लोकायुक्त को जांच में पता चला है कि रिटायर्ड स्टोर कीपर के परिवार के अन्य सदस्यों के नाम कई संपत्तियां हैं। लोकायुक्त को मिली दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है और यह पता लगाया जा रहा है कि उनकी और कितनी संपत्तियां हैं। उनका एक कंपलेक्स बन रहा है, इसके अलावा एक स्कूल भी है।
प्रारंभिक तौर पर जो संपत्ति मिली है उसकी कीमत लगभग 10 करोड़ आंकी गई है।
--आईएएनएस
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