💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

चीन के साथ वार्ता में भारत ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी का आह्वान किया

प्रकाशित 15/08/2023, 06:53 am
चीन के साथ वार्ता में भारत ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं से सैनिकों की वापसी का आह्वान किया

नई दिल्ली, 15 अगस्त (आईएएनएस)। भारत ने सोमवार को चीन के साथ कोर कमांडर स्तर की 19वें दौर की वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से सैनिकों की वापसी का आह्वान किया।भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने देपसांग मैदान और डेमचोक क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों के समाधान का भी आह्वान किया।

भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के भारतीय पक्ष पर चुशुल-मोल्डो सीमा बिंदु पर ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से ठीक पहले बैठक की।

मई 2020 में गतिरोध शुरू होने के बाद से दोनों सेनाएं पैंगोंग त्सो, गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से पीछे हट गई हैं। हालांकि, देपसांग मैदान और डेमचोक में तनाव बरकरार है।

रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगले सप्ताह शुरू होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दोनों सेनाओं के बीच ताजा बातचीत काफी महत्व रखती है।

शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हो सकती है। भारत और चीन 2020 की शुरुआत से पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में गतिरोध की स्थिति में हैं जब चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में घुस आए और भारतीय कर्मियों से भिड़ गए।

इसके बाद से दोनों सेनाओं के बीच तनाव बना हुआ है। हालांकि, सोमवार की बातचीत के दौरान दोनों पक्ष कई जगहों से सैनिकों की वापसी पर सहमत हुए हैं। यह व्यापक कूटनीतिक और सैन्य वार्ता के बाद आया है।

पीएलए द्वारा समझौतों का उल्लंघन करने और पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर एलएसी को पार करने के बाद कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता पहली बार 2020 में शुरू हुई थी।

भारत ने तनाव कम करने की मांग की है, जिसमें एलएसी के आगे के क्षेत्रों में सभी अतिरिक्त सैनिकों और उपकरणों को अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति में वापस लेना शामिल है।

हालांकि, चीनी पक्ष की ओर से अब तक कोई झुकाव नहीं दिखाया गया है जो मौजूदा स्थिति को नई यथास्थिति मानना चाहता है।

कोर कमांडर स्तर की आखिरी दौर की वार्ता अप्रैल में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक से ठीक पहले हुई थी।

सोमवार की वार्ता के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह-मुख्यालय 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशीम बाली ने किया, जबकि चीनी टीम का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर को करना था।

बैठक में भारतीय सेना, आईटीबीपी और विदेश मंत्रालय के अधिकारी मौजूद थे।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित