जयपुर, 29 अगस्त (आईएएनएस)। कोटा के कोचिंग छात्र आदर्श राज ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी। अब आदर्श के भाई-बहनों ने अपने भाई को खोने के बाद यहां अपनी पढ़ाई जारी रखने में असमर्थता का हवाला देते हुए शहर छोड़ने का फैसला किया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बिहार निवासी आदर्श अपने चचेरे भाई और बहन के साथ यहां रहता था। उसने ने रविवार शाम 7 बजे फांसी लगाकर आत्महत्या ली थी। परीक्षा में कम अंक आने के कारण वह तनाव में था।
आदर्श की बहन और चचेरे भाई ने अब अपने मूल स्थानों पर वापस जाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा है कि वे आदर्श के साथ बचपन से बड़े हुए हैं, हम अपने भाई को खोने का दर्द बर्दाश्त नहीं कर सकते। उसके भाई ने कहा कि यहां रहना और पढ़ाई करना असंभव है।
शव लेने के लिए यहां पहुंचे आर्दश के चाचा ने उसकी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। चाचा ने कहा कि आदर्श अपनी बहन और चचेरे भाई के साथ रह रहा था। फिर भी ऐसा हुआ। यह भगवान की इच्छा थी।
इस बीच, उनकी मौत के करीब चार घंटे बाद शाम करीब सात बजे एक अन्य छात्र राज ने अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगा ली। शहर पुलिस ने दो एनईईटी उम्मीदवारों के शव सौंपे और मामले की जांच के लिए सीआरपीसी की धारा 174 के तहत अप्राकृतिक मौत के अलग-अलग मामले दर्ज किए।
--आईएएनएस
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