नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की दो छात्राओं में से एक ने कहा कि उसने मामले की शिकायत अपने शिक्षकों से की थी। जब उसकी मां ने जोर देकर पूछा, तो उसने भयानक विवरण सुनाया। इन छात्राओं का कथित तौर पर स्कूल के शौचालय में लड़कों के एक समूह द्वारा कई बार यौन उत्पीड़न किया गया था।कक्षा 8 की छात्रा के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है, "शौचालय में मुझे पहले से मौजूद दो लड़कों का सामना करना पड़ा। उनमें से एक ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया, जबकि दूसरे ने मेरे बगल में खड़े होकर मेरे साथ जबरन यौन कृत्य किया।"
अत्यधिक दर्द से पीड़ित लड़की ने हमलावरों से रुकने की विनती की, लेकिन वे नहीं माने। लड़की ने कहा, "आते कदमों की आहट सुनकर वे रुक गए। उन्होंने मुझे धमकी दी कि किसी को कुछ भी बताया तो वे मुझे शारीरिक नुकसान पहुंचाएंगे।"
एफआईआर के अनुसार, युवा लड़की ने स्कूल के प्रिंसिपल और अपनी मां दोनों को इस बारे में बताया। इसके बाद एक आरोपी लड़के और उसकी मां को बुलाया गया। लड़के ने माफीनामा लिखा।
शिकायतकर्ता लड़की ने कहा, "बाद में स्कूल के बाहर उसने गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। इस कारण मेरी मां को 112 डायल करने के लिए प्रेरित होना पड़ा।"
लड़की की मां ने पुलिस से कहा, “उसने मुझे बताया कि वह पहले दो शिक्षकों को अपना दर्दनाक अनुभव बता चुकी है। मैंने स्कूल का दौरा किया और उनसे पूछताछ की, लेकिन उन्होंने घटना के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया।''
उसने कहा कि स्कूल प्रशासन ने तीन दिनों तक कोई सहायता नहीं दी, जिससे उसे पुलिस से संपर्क करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली में दो लड़कों और उनके सहपाठियों द्वारा कथित तौर पर लड़कियों का यौन उत्पीड़न किए जाने की शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने विवरण साझा करते हुए कहा कि कथित घटना अप्रैल में स्कूल के ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान हुई थी।
अधिकारी ने कहा, “दोनों लड़कियों ने समयपुर बादली पुलिस स्टेशन में अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई थीं और आरोप लगाया था कि पांच से छह सहपाठियों द्वारा उनका यौन उत्पीड़न किया गया था। सभी आरोपी नाबालिग हैं और उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया।”
दिल्ली महिला आयोग ने यौन उत्पीड़न के मामले में पुलिस और शहर सरकार के शिक्षा निदेशालय को नोटिस भी जारी किया है।
--आईएएनएस
एसजीके