नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की शुरुआत की घोषणा की।अब तक कुल 19 देश और 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठन गठबंधन में शामिल होने के लिए सहमत हुए हैं, जिनमें जी20 सदस्य और गैर-सदस्य देश दोनों शामिल हैं।
भारत, ब्राजील और अमेरिका गठबंधन के संस्थापक सदस्य हैं।
प्रधानमंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो दा सिल्वा, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित अन्य की उपस्थिति में गठबंधन की शुरुआत की।
भारत, ब्राज़ील और अमेरिका के अलावा इस पहल का समर्थन करने वाले अन्य जी20 सदस्य देशों में अर्जेंटीना, कनाडा, इटली और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। सम्मेलन के लिए आमंत्रित देशों में बांग्लादेश, सिंगापुर, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात हैं।
प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र को संबोधित करते हुए कहा, “आज समय की मांग है कि ईंधन मिश्रण के क्षेत्र में सभी देश मिलकर काम करें। हमारा प्रस्ताव पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 20 प्रतिशत तक ले जाने के लिए वैश्विक स्तर पर पहल करने का है। या वैकल्पिक रूप से, हम व्यापक वैश्विक भलाई के लिए एक और सम्मिश्रण मिश्रण विकसित करने पर काम कर सकते हैं, जो स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ जलवायु सुरक्षा में भी योगदान देता है। इसी संदर्भ में आज हम ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस लॉन्च कर रहे हैं। भारत आप सभी को इस पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है।”
गठबंधन के तीन संस्थापक सदस्य, अमेरिका, भारत और ब्राजील इथेनॉल के वैश्विक उत्पादन में लगभग 85 प्रतिशत का योगदान करते हैं।
मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन का शुभारंभ स्थिरता और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में हमारी खोज में एक महत्वपूर्ण क्षण है। मैं इस गठबंधन में शामिल होने वाले सदस्य देशों को धन्यवाद देता हूं।"
हालाँकि, चीन और तेल उत्पादक सऊदी अरब और रूस ने गठबंधन का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया है।
नए गठबंधन को जैव ईंधन के उत्पादन और व्यापार को बढ़ाने के लिए मांग और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा देने और ओपेक समूह के विकल्प के रूप में मदद करने के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में देखा जा रहा है।
भारत ऐसे समय में ईंधन के लिए अपनी आयात निर्भरता में कटौती करने के लिए विभिन्न स्रोतों के माध्यम से अपने जैव ईंधन उत्पादन को बढ़ाने पर विचार कर रहा है जब ओपेक प्लस समूह ने लगातार उत्पादन में कटौती लागू किया है।
जी20 नेताओं की शनिवार को जारी घोषणा में कहा गया कि सदस्य देश "हमारी शून्य और कम उत्सर्जन विकास रणनीतियों में टिकाऊ जैव ईंधन के महत्व को पहचानते हैं, और एक वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की स्थापना पर ध्यान देते हैं।"
--आईएएनएस
एकेजे