नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। छात्र संगठन दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों से रियायती मेट्रो पास, 4 वर्षीय अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम के खिलाफ मुहिम जैसे वादे छात्रसंघ चुनाव को लेकर कर रहे हैं। इसके अलावा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों ने छात्राओं की सुरक्षा, सैनेटरी नैपकिन की वेंडिंग मशीन, सस्ती शिक्षा जैसे कई और वादे भी किए हैं। इस बार भी छात्र संघ चुनाव का प्रचार जबरदस्त तरीके से किया जा रहा है। न केवल विश्वविद्यालय बल्कि दिल्ली में जगह-जगह बड़े-बड़े होर्डिंग पर उम्मीदवारों के नाम और तस्वीरें देखी जा सकती हैं।
कुछ ऐसा ही हाल दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस के अंदर है। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए अभाविप के अध्यक्ष पद प्रत्याशी तुषार डेढ़ा ने कहा कि "अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली विश्वविद्यालय के इन्फ्रास्ट्रक्चर को ठीक करने, छात्राओं की सुरक्षा व उचित प्रतिनिधित्व, सस्ती शिक्षा आदि विषयों को उठाएगी।"
छात्रसंघ के चुनाव कैंपेन के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि नए हॉस्टल बनाने, सैनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाने, स्पोर्ट्स की सुविधाएं बेहतर करने जैसे मुद्दे सामने आए हैं, हम इन मुद्दों को पूरा करने का काम करेंगे।
कुछ ऐसे ही वादे एनएसयूआई की तरफ से भी किए गए हैं।
दरअसल, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में युवाओं और छात्रों के मूड की महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। दिल्ली विश्वविद्यालय में एबीवीपी और एनएसयूआई में सीधी टक्कर है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई दोनों ने ही शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के लिए पैनल घोषित कर दिया है।
एबीवीपी ने अध्यक्ष पद पर मुकाबले के लिए तुषार डेढ़ा, उपाध्यक्ष पद पर सुशांत धनकड़, सचिव पद पर अपराजिता और सह-सचिव पद पर सचिन बैंसला को मैदान में उतारा है।
वहीं, नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने भी दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।
शुक्रवार को दी गई जानकारी में एनएसयूआई ने बताया कि हितेश गुलिया उनकी ओर से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ में अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ेंगे।
एनएसयूआई ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की चारों पोस्ट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है। अध्यक्ष पद पर हितेश गुलिया, उपाध्यक्ष के लिए अभि दहिया, सचिव पर यक्ष्ना शर्मा और संयुक्त सचिव पर शुभम चौधरी चुनाव लड़ेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय में एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच सीधा मुकाबला है। इस बार विभिन्न छात्र संगठनों और निर्दलीय मिलाकर कुल 97 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं। छात्रसंघ चुनावों की घोषणा होने के उपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न छात्र संगठनों ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
चुनावों को लेकर सभी छात्र संगठन अपनी-अपनी चुनावी रणनीति बना रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक छात्र संघ चुनाव के लिए नामांकन दर्ज कराने के उपरांत नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। स्क्रूटनी में जिन उम्मीदवारों का नॉमिनेशन सही पाया जाएगा, वही चुनाव लड़ सकेंगे।
--आईएएनएस
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