धनबाद, 28 सितंबर (आईएएनएस)। देश की कोयला राजधानी कहे जाने वाले धनबाद में गर्म ओवर बर्डन की चपेट में आकर कोयला चुनने गये पांच लोग झुलस गये। घटना जिले के कुसुंडा इलाके की है।घटना के बाबत प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कुसुंडा क्षेत्र की एनजीके कोलियरी में संचालित यूसीसी इंफ्रा आउटसोर्सिंग परियोजना से निकले गर्म ओबी (कोयले के खनन के दौरान निकलने वाले अनुपयोगी पत्थर, राख, मिट्टी आदि) की चपेट में आने से ये हादसा हुआ।
गोधर काली बस्ती की उषा और लक्ष्मी देवी ने बताया कि दर्जनों महिलाएं कोल डंप के समीप ओबी के साथ आने वाला कोयला चुनने गयी थीं। यहां आउटसोर्सिंग कंपनी की गाड़ी गर्म ओबी गिरा रही थी। इसी दौरान उन्हें सीआईएसएफ की पेट्रोलिंग गाड़ी ने खदेड़ा।
इस दौरान ओबी का डस्ट फैलने से चारों ओर अंधेरा छा गया और इसी अंधेरे की वजह से भागने के क्रम में धनसार की रीना देवी, रानी कुमारी, खुशी कुमारी, ज्योति कुमारी और बंटी कुमारी झुलस गईं। ये चारो काली बस्ती के रहने वाली हैं।
ओबी का अंधेरा छंटने के बाद बस्ती के लोग घायलों को डॉक्टर के पास ले गये। यहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज एसएनएमएमसीएच भेज दिया।
एसएनएमएमसीएच में रीना कुमारी और खुशी की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर करने की सलाह दी। इसके बाद रीना कुमारी के परिजनों ने उन्हें बरटांड़ के जालान तथा रीना कुमारी को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया। यहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
वहीं, रानी, ज्योति और बंटी का इलाज एसएनएमएमसीएच में चल रहा है।
क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पहले लोकल सेल (NS:SAIL) में गाड़ियों की लोडिंग होने से उनका रोजी-रोजगार चलता था। बाद में कई वजहों से ये बंद हो गया। इसके बाद जान जोखिम में डालकर बस्ती के लोग ओबी से कोयला चुनने जाते हैं। इस वजह से हादसे होते रहते हैं।
लोगों ने बताया कि ओबी के साथ आनेवाला कोयले से ही उनकी रोजी-रोटी चलती है। लेकिन इसमें रिस्क भी है क्योंकि दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। कई बार सीआईएसएफ वाले उन्हें खदेड़ देते हैं और इस दौरान भागने के क्रम में भी दुर्घटना होती रहती है। लेकिन रोजी-रोटी की कोई दूसरी व्यवस्था न होने के कारण जान जोखिम में डालकर वे कोयला चुनने का काम करते हैं।
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