ब्रेकिंग समाचार
कोट्स
सभी इंस्ट्रूमेंट के प्रकार

कृपया अन्य खोज का प्रयास करें

Investing Pro 0
साइबर मंडे डील: 55% तक की छूट सेल को क्लेम करें

केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत योगी सरकार के कई मंत्रियों को भाजपा उतार सकती है लोकसभा चुनाव मैदान में...

प्रकाशित 29 सितंबर, 2023 00:10
सेव। सेव आइटम्स देखें।
यह लेख पहले से ही आपके सेव आइटम्स में सेव किया जा चुका है
 
केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत योगी सरकार के कई मंत्रियों को भाजपा उतार सकती है लोकसभा चुनाव मैदान में...
 
IND50
+0.68%
पोर्टफोलियो में जोड़ेंं/इससे हटाएँ
वॉचलिस्ट में जोड़ें
स्थिति जोड़ें

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

कृपया अपने होल्डिंग्स पोर्टफोलियो का नाम रखें
 
NSEI
+0.48%
पोर्टफोलियो में जोड़ेंं/इससे हटाएँ
वॉचलिस्ट में जोड़ें
स्थिति जोड़ें

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

कृपया अपने होल्डिंग्स पोर्टफोलियो का नाम रखें
 
NIFTY...
+0.64%
पोर्टफोलियो में जोड़ेंं/इससे हटाएँ
वॉचलिस्ट में जोड़ें
स्थिति जोड़ें

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

कृपया अपने होल्डिंग्स पोर्टफोलियो का नाम रखें
 
NIFTY...
+0.56%
पोर्टफोलियो में जोड़ेंं/इससे हटाएँ
वॉचलिस्ट में जोड़ें
स्थिति जोड़ें

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

कृपया अपने होल्डिंग्स पोर्टफोलियो का नाम रखें
 
NISM250
+0.22%
पोर्टफोलियो में जोड़ेंं/इससे हटाएँ
वॉचलिस्ट में जोड़ें
स्थिति जोड़ें

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

कृपया अपने होल्डिंग्स पोर्टफोलियो का नाम रखें
 

नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)। भाजपा कुछ महीनों बाद 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी जोर-शोर से कर रही है। उत्तर प्रदेश में बनने वाले विपक्षी दलों के संभावित गठबंधन को देखते हुए भाजपा योगी आदित्यनाथ सरकार के दिग्गज मंत्रियों को 2024 के लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। आइए आपको बताते हैं कि योगी सरकार के किन-किन मंत्रियों को भाजपा 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है। सबसे पहले बात उत्तर प्रदेश के कद्दावर नेता एवं वर्तमान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की करते हैं, जिन्हें पार्टी 2024 में फिर से लोकसभा चुनाव लड़वाने की तैयारी कर रही है। मौर्य के प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल में ही 2017 में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिला था और उस समय मौर्य यूपी में मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन, सीएम पद योगी आदित्यनाथ को मिल गया और उन्हें उपमुख्यमंत्री पद से ही संतोष करना पड़ा।

2022 में हुए विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य ने अपने गृह जिले कौशांबी की सिराथू सीट से चुनाव लड़ा। लेकिन, उन्हें समाजवादी पार्टी उम्मीदवार पल्लवी पटेल से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, पार्टी आलाकमान के दबाव में योगी आदित्यनाथ ने अपनी दूसरी सरकार में भी उन्हें उपमुख्यमंत्री तो बनाया लेकिन लोक निर्माण विभाग जैसा मंत्रालय वापस लेकर उन्हें ग्रामीण विकास मंत्रालय का जिम्मा सौंप दिया। इससे पहले मौर्य 2014 में फूलपुर से लोकसभा सांसद भी चुने गए थे।

उत्तर प्रदेश के दूसरे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को भी 2024 में भाजपा लोकसभा के चुनावी मैदान में उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। बसपा से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले पाठक मायावती की पार्टी से उत्तर प्रदेश के उन्नाव संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं और राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं।

एक जमाने में मायावती के काफी करीबी माने जाने वाले ब्रजेश पाठक 2016 में भाजपा में शामिल हुए। 2017 में पाठक लखनऊ सेंट्रल से विधायक का चुनाव जीतकर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने और 2022 में लखनऊ छावनी से विधानसभा का चुनाव जीतने के बाद उन्हें योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाया गया।

भाजपा योगी सरकार में मंत्री जितिन प्रसाद को भी लोकसभा चुनाव लड़वाने की तैयारी कर रही है। खानदानी रूप से कांग्रेसी माने जाने वाले जितिन प्रसाद ने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को संभालते हुए कांग्रेस से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की। वर्ष 2004 में कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से और 2009 में धौरहरा से चुनाव जीतकर सांसद बने।

राहुल गांधी की सिफारिश पर उन्हें मनमोहन सिंह सरकार में पहली बार 2008 में मंत्री बनाया गया और 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद दोबारा से बनी मनमोहन सरकार में उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया। लेकिन, इसके बाद राजनीतिक तौर पर जितिन प्रसाद का बुरा दौर शुरू हो गया। जितिन प्रसाद को लगातार दो बार 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धौरहरा से हार का सामना करना पड़ा।

इन दोनों लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस ने उन्हें 2017 में विधानसभा का टिकट भी दिया लेकिन वह यह चुनाव भी हार गए। वर्ष 2021 में जितिन प्रसाद ने भाजपा का दामन थाम लिया। उन्हें योगी की पहली सरकार में भी मंत्री बनाया गया और वह योगी की वर्तमान सरकार में भी मंत्री हैं।

पार्टी योगी सरकार के मंत्री राकेश सचान को भी 2024 में लोकसभा उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है। सपा से भाजपा में आए राकेश सचान 2009 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर फतेहपुर लोकसभा से सांसद रह चुके हैं। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें भाजपा उम्मीदवार साध्वी निरंजन ज्योति से हार का सामना करना पड़ा था। बाद में सचान भाजपा में शामिल हो गए और वह वर्तमान में योगी सरकार में मंत्री है।

कांग्रेस से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले और मायावती सरकार में मंत्री रह चुके जयवीर सिंह 2022 के चुनाव में यूपी के मैनपुरी से विधायक चुने गए। उनके राजनीतिक कद को देखते हुए उन्हें योगी सरकार में मंत्री बनाया गया और अब भाजपा उन्हें 2024 में लोकसभा चुनाव लड़वाने की तैयारी कर रही है।

भाजपा योगी सरकार के एक और मंत्री नरेंद्र कश्यप को भी लोकसभा चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है। बसपा से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले कश्यप बसपा के राष्ट्रीय महासचिव और बसपा से ही राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा वर्ष 2016 में बसपा से निष्कासित किए जाने के बाद कश्यप 2017 में भाजपा में शामिल हो गए और योगी आदित्यनाथ की वर्तमान सरकार में वह मंत्री भी हैं।

भाजपा योगी सरकार के एक और मंत्री दया शंकर मिश्रा 'दयालु' को 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ा सकती है। दया शंकर 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। वह यूपी से एमएलसी हैं और वर्तमान में योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री है।

योगी सरकार के अन्य मंत्रियों की बात करें तो पार्टी पीलीभीत विधायक संजय गंगवार, आगरा ग्रामीण विधायक बेबी रानी मौर्य, बलिया विधायक दयाशंकर सिंह और पथरदेवा से विधायक सूर्य प्रताप शाही को भी 2024 में लोकसभा चुनाव लड़वाने के बारे में विचार-विमर्श कर रही है। ये चारों नेता वर्तमान में योगी सरकार में मंत्री हैं।

भाजपा उत्तर प्रदेश के मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा को भी लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है जो योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में मंत्री रह चुके हैं। भाजपा मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके और 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले आरपीएन सिंह को भी 2024 में लोकसभा उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रही है।

खानदानी रूप से कांग्रेसी माने जाने वाले आरपीएन सिंह अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर यूपी के कुशीनगर से सांसद चुने गए थे। राहुल गांधी के कोटे से उन्हें मनमोहन सिंह सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्र में मंत्री बनाया गया। लेकिन, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह को लगातार दो बार भाजपा उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा।

हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में अपने वर्तमान राजनीतिक कद और प्रभाव को देखते हुए पार्टी के कई दिग्गज नेता लोकसभा का चुनाव लड़ने की बजाय लड़वाना ज्यादा पसंद करेंगे और वह अपने तर्कों से पार्टी को मनाने की भी कोशिश करेंगे।

--आईएएनएस

एसटीपी/एबीएम

केशव मौर्य, ब्रजेश पाठक समेत योगी सरकार के कई मंत्रियों को भाजपा उतार सकती है लोकसभा चुनाव मैदान में...
 

संबंधित लेख

टिप्पणी करें

टिप्पणी दिशा निर्देश

हम आपको यूजर्स के साथ जुड़ने, अपना द्रष्टिकोण बांटन तथा लेखकों तथा एक-दूसरे से प्रश्न पूछने के लिए टिप्पणियों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हालांकि, बातचीत के उच्च स्तर को बनाये रखने के लिए हम सभी मूल्यों तथा उमीदों की अपेक्षा करते हैं, कृपया निम्नलिखित मानदंडों को ध्यान में रखें: 

  • स्तर बढाएं बातचीत का
  • अपने लक्ष्य की ओर सचेत रहे। केवल वही सामग्री पोस्ट करें जो चर्चा किए जा रहे विषय से संबंधित हो।
  • आदर करें। यहाँ तक कि नकारात्मक विचारों को भी सकारात्मक तथा कुशलतापूर्वक पेश किया जा सकता है।
  •  स्टैण्डर्ड लेखन शैली का उपयोग करें। पर्ण विराम तथा बड़े तथा छोटे अक्षरों को शामिल करें।
  • ध्यान दें: टिपण्णी के अंतर्गत स्पैम तथा/या विज्ञापनों के संदेशों को हटा दिया जायेगा।
  • धर्म निंदा, झूठी बातों या व्यक्तिगत हमलों से बचें लेखक या किसी अन्य यूजर की और।
  • बातचीत पर एकाधिकार न रखें।  हम आवेश तथा विशवास की सराहना करते हैं, लेकिन हम सभी को उनके विचारों को प्रकट करने के लिए एक मौका दिए जाने पर भी अटूट विश्वास करते हैं। इसलिए, सामाजिक बातचीत के अलावा, हम टिप्पणीकर्ताओं से उनके विचारों को संक्षेप में तथा विनम्रतापूर्वक रखने की उम्मीद करते हैं, लेकिन बार-बार नहीं जिससे अन्य परेशान या दुखी हो जायें। यदि हमें किसी व्यक्ति विशेष के बारे में शिकायत प्राप्त होती है जो किसी थ्रेड या फोरम पर एकाधिकार रखे, हम बिना किसी पूर्व सूचना के उन्हें साईट से बैन करने का अधिकार रखते हैं।
  • केवल अंग्रेजी टिप्पणियों की अनुमति है।

स्पैम तथा शोषण के अपराधियों को हटा दिया जायेगा तथा भविष्य में उन्हें Investing.com पर प्रतिबंधित कर दिया जायेगा।

अपने विचार यहाँ लिखें
 
क्या आप सच में इस चार्ट को डिलीट करना चाहते हैं?
 
पोस्ट
इसको भी पोस्ट करें:
 
सभी सलंग्न चार्ट को नए चार्ट से बदलें?
1000
नकारात्मक यूजर रिपोर्ट के कारण टिप्पणी करने की आपकी क्षमता को निलंबित कर दिया गया है। आपके स्टेटस की हमारे मोडेटरों द्वारा समीक्षा की जाएगी।
कृपया दोबारा टिप्पणी करने से पहले एक मिनट प्रतीक्षा करें।
आपकी टिपण्णी के लिए धन्यवाद। कृपया ध्यान दें सभी टिप्पणियाँ लंबित हैं जब तक उन्हें हमारे मॉडरेटर्स द्वारा नहीं जांचा जाता। हो सकता है इसलिए हमारी वेबसाईट पर दिखाए जाने से पूर्व यह थोडा समय लें।
 
क्या आप सच में इस चार्ट को डिलीट करना चाहते हैं?
 
पोस्ट
 
सभी सलंग्न चार्ट को नए चार्ट से बदलें?
1000
नकारात्मक यूजर रिपोर्ट के कारण टिप्पणी करने की आपकी क्षमता को निलंबित कर दिया गया है। आपके स्टेटस की हमारे मोडेटरों द्वारा समीक्षा की जाएगी।
कृपया दोबारा टिप्पणी करने से पहले एक मिनट प्रतीक्षा करें।
टिप्पणी में चार्ट जोड़ें
ब्लॉक की पुष्टी करें

क्या आप सच में %USER_NAME% को ब्लॉक करना चाहते हैं?

ऐसा करके, आप और %USER_NAME% नहीं देख पाएंगे किसी अन्य के Investing.com की पोस्ट में से कोई भी।

%USER_NAME% को सफलतापूर्वक आपकी ब्लॉक सूची में जोड़ लिया गया है

क्योंकि आपने इस व्यक्ति को अनब्लॉक कर दिया है, आपको ब्लॉक को रिन्यू करने से पहले 48 घंटे प्रतीक्षा करनी होगी।

इस टिपण्णी को दर्ज करें

मुझे लगता है कि यह टिपण्णी:

टिप्पणी ध्वजांकित

धन्यवाद!

आपकी रिपोर्ट समीक्षा के लिए हमारे मॉडरेटर को भेजी गई है
गूगल के साथ जारी रखें
या
ईमेल के साथ साइन अप करें