नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर संसद परिसर में संविधान सदन के सेंट्रल हॉल (केन्द्रीय कक्ष) में कार्यक्रम आयोजित किया गया।इसमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय शिक्षा तथा कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय संसदीय कार्य तथा कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सत्यनारायण जटिया, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और प्रमोद तिवारी सहित संसद सदस्यों, पूर्व संसद सदस्यों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर, प्राइड ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय तथा युवा मामले और खेल मंत्रालय के समन्वय से 'अपने नेता को जानें-हमारे राष्ट्रीय नेताओं को श्रद्धांजलि देने में हमारे देश के युवाओं की भागीदारी' कार्यक्रम का आयोजन भी किया।
देश भर के स्कूलों और कॉलेजों से चुने गए युवा प्रतिभागी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। चयनित प्रतिभागियों ने इन दोनों महान नेताओं के जीवन और शिक्षाओं के बारे में अपने विचार व्यक्त किए और बताया कि उन्होंने किस प्रकार भारत और दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया।
लोकसभा स्पीकर बिरला ने कहा कि दोनों नेता सादगी और विनम्रता के प्रतीक थे और उन्होंने दुनिया को शांति और अहिंसा का संदेश दिया। महात्मा गांधी की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि सत्यनिष्ठा, सादगी और आत्मनिर्भरता के प्रति गांधी की प्रतिबद्धता ने दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है।
उन्होंने यह भी कहा कि गांधीजी के अहिंसा, सत्य और न्याय के सिद्धांतों से पूरी दुनिया में सामाजिक परिवर्तन और नागरिक अधिकारों के लिए आंदोलनों को प्रेरणा मिली है। महात्मा गांधी मानते थे कि सच्चा परिवर्तन केवल शांतिपूर्ण तरीकों से ही प्राप्त किया जा सकता है। बिरला ने 'जय जवान जय किसान ' का शक्तिशाली नारा देने वाले स्वतंत्र भारत के दूसरे प्रधान मंत्री, भारत रत्न, लाल बहादुर शास्त्री के बारे में भी विस्तार से बात की।
उन्होंने कहा कि शास्त्री जी का यह नारा हमारे देश की रक्षा और विकास में हमारे किसानों और हमारे सुरक्षा बलों के उल्लेखनीय योगदान की याद दिलाता है। उन्होंने छात्रों से महात्मा गांधी के जीवन से प्रेरणा लेने और सादगी, स्वच्छता और सामुदायिक सेवा की उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का आग्रह किया।
इससे पहले दिन में, लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी और विजय घाट जाकर लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
--आईएएनएस
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