रांची, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। कैथोलिक ईसाइयों के बड़े धर्मगुरु कार्डिनल फादर तेलेस्फोर पी टोप्पो का बुधवार को रांची में हजारों की भीड़ के बीच राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। कार्डिनल टोप्पो का लंबी बीमारी के बाद 4 अक्टूबर को निधन हो गया था। उन्हें रांची के संत मारिया गिरिजाघर परिसर में मदर टेरेसा की प्रतिमा के पास दफनाया गया। अंतिम संस्कार से पहले झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो के अंतिम संस्कार में देश के 25 राज्यों के 30 बिशप, 500 फादर और रोम से नियुक्त किये गये वेटिकन सिटी एंबेसी के सदस्य भी शामिल हुए।
बता दें कि टोप्पो पूरे एशिया के पहले आदिवासी थे, जिन्हें कार्डिनल बनाया गया था। वह कार्डिनल के साथ-साथ लंबे समय तक ईसाइयों के रांची आर्चडायसिस (धर्मप्रांत) के आर्कबिशप भी रहे। कैथोलिक मिशन में सर्वोच्च धर्मगुरु पोप के बाद कार्डिनल का दर्जा ही सबसे ऊंचा होता है।
वह कार्डिनल के पद से 24 जून 2018 को रिटायर हुए थे। रांची के लोएला ग्राउंड में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में करीब 30 हजार लोग जुटे। पिछले पांच दिनों में करीब एक लाख लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। जिस ह़ॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली, वहां से रांची तक करीब 34 किलोमीटर दूर गिरजाघर में जब उनका शव लाया गया, तब करीब 34 किलोमीटर दूरी लंबी मानव श्रृंखला बनाकर उन्हें अंतिम विदाई दे गई।
अंतिम संस्कार के पहले कार्डिनल को राजकीय सम्मान दिया गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद महुआ माजी, राज्य के पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, विधायक नेहा तिर्की, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत कई लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए।
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