तिरुवनंतपुरम, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। जद (एस) के वरिष्ठ नेता ए. नीललोहितदासन नादर ने सोमवार को कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग गठबंधन में शामिल होने के बारे में उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष एच.डी. देवगौड़ा का निर्णय केरल की पार्टी इकाइयों की सहमति से नहीं लिया गया।नादर ने कहा, वर्तमान गतिरोध पर चर्चा के लिए हमारी पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन समय की मांग है। इस कदम का कई राज्य इकाइयों ने काफी विरोध किया है।''
नादर केरल की राजनीति का बहता पानी हैं। वह लोकसभा सांसद, कई बार विधायक और राज्य में मंत्री रह चुके हैं। वह केरल में जद (एस) के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं।
उन्होंने कहा, “इस गतिरोध से बाहर निकलने का रास्ता नई पार्टी बनाना या पार्टी का किसी अन्य पार्टी में विलय करना नहीं है। कई राज्य पार्टी इकाइयां राष्ट्रीय अध्यक्ष के रुख से सहमत नहीं हैं। हम कहेंगे कि हम असली पार्टी हैं, क्योंकि कर्नाटक में जो हुआ वह केवल वहां लागू होता है।”
जद (एस) सत्तारूढ़ माकपा के नेतृत्व वाले वाम दल का पूर्ण सहयोगी है। पार्टी के विधायक के. कृष्णनकुट्टी राज्य के बिजली मंत्री हैं। कृष्णकुट्टी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मैथ्यू टी थॉमस ने स्पष्ट तौर पर एच.डी. देवेगौड़ा को उनके फैसले के लिए आड़े हाथों लिया है।
राज्य पार्टी इकाई की बैठक इस सप्ताह के अंत में होने वाली है जिसमें इस बात पर अंतिम निर्णय होगा कि वे क्या करना चाहते हैं। राष्ट्रीय पूर्ण सत्र बुलाने के उनके के बयान के बाद सभी की निगाहें नादर पर हैं।
--आईएएनएस
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