बेंगलुरु, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पार्टी ने राज्य में बोर्डों और निगमों में नियुक्तियां करने के लिए एक और कदम उठाया है।उपमुख्यमंत्री और राज्य में पार्टी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने सोमवार को कहा कि बोर्ड और निगमों में नियुक्तियों को मंजूरी देने के लिए 25 अक्टूबर के बाद बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति पर भी चर्चा होगी।
शिवकुमार ने कहा, “हम विधायकों और कार्यकर्ताओं को शक्ति देने के इच्छुक हैं। मैं ये बात एक पार्टी कार्यकर्ता के तौर पर कह रहा हूं। 20 अक्टूबर को सीएम के साथ बैठक होनी थी। इसे आयोजित नहीं किया जा सका। दशहरा उत्सव के बाद हम एक साथ बैठेंगे और इस मामले पर चर्चा करेंगे।”
वार्ता के लिए नई दिल्ली से आलाकमान नेता भी पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा, “हमारे राज्य प्रभारी और एआईसीसी महासचिव राजस्थान और अन्य राज्यों के लिए टिकट वितरण में व्यस्त हैं। संभावना है कि टिकट की घोषणा कल (मंगलवार) की जाएगी। उससे पहले हम अपनी बैठक करेंगे।''
शिवकुमार ने कहा, “हम सुशासन दे रहे हैं और मतदाताओं से अपनी बात कह रहे हैं। मुझे नहीं पता कि लोग राज्य में बिजली संकट के बारे में क्या बात कर रहे हैं। हम परेशान नहीं हैं। हम अपने लोगों को परेेेेशानी से बचाएंगे। औद्योगिक क्षेत्रों में निर्बाध बिजली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। हमने अधिकारियों को किसानों को पांच घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया है।''
उन्होंने कहा, “पूरा देश कर्नाटक की ओर देख रहा है। हम मीडिया को उस तरह नियंत्रित नहीं कर रहे हैं, जैसा कि अन्य राज्यों में किया जाता है। मीडिया लोकतंत्र का एक हिस्सा है। आलोचना के बावजूद आप (मीडिया) समाज को जानकारी दे रहे हैं। हम सहयोग करेंगे और आपका मार्गदर्शन लेंगे।''
केंद्रीय राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे को कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष पद के लिए विचार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा, “उन्होंने (भाजपा) राज्य विधानसभा चुनाव के पांच महीने बाद भी विपक्ष के नेता का चुनाव नहीं किया है। अगर वे किसी एक को चुनने में सक्षम नहीं हैं, तो मैं किसी पार्टी की कमजोरी के बारे में बात नहीं करना चाहता।“
इस सवाल का जवाब देते हुए कि अगर शोभा करंदलाजे और पूर्व सीएम एच.डी. कुमारस्वामी एक साथ आते हैं, तो क्या यह कांग्रेस पार्टी के लिए चुनौती नहीं होगी, शिवकुमार ने कहा, "अगर रिंग में समान रूप से मजबूत प्रतिस्पर्धी हों, तो यह बेहतर होगा।"
--आईएएनएस
एसजीके