मालविका गुरुंग द्वारा
Investing.com -- भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र का ऋणदाता पंजाब एंड सिंध बैंक (NS:PUNA) चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में संस्थागत निवेशकों को शेयर बेचकर 250 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना बना रहा है।
राज्य के स्वामित्व वाले बैंक को वित्त वर्ष 23 की आगामी तिमाही में योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के माध्यम से 250 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है।
इस कदम के माध्यम से, बैंक का लक्ष्य न केवल पूंजी जुटाना है, बल्कि ऋणदाता में सरकारी हिस्सेदारी को कम करना भी है, क्योंकि भारत सरकार के पास पंजाब एंड सिंध बैंक में 98.25% हिस्सेदारी है, प्रबंध निदेशक स्वरूप कुमार साहा ने पीटीआई के हवाले से कहा। मिड-कैप बैंकिंग स्टॉक 2010 में भारतीय शेयर बाजारों में सूचीबद्ध किया गया था।
नई दिल्ली मुख्यालय वाले बैंक ने मई 2023 में भारत सरकार को पत्र लिखकर वनरोपित पूंजी जुटाने की मंजूरी मांगी थी। उसे अभी भी उक्त पूंजी जुटाने के लिए केंद्र की मंजूरी की आवश्यकता है।
साहा ने कहा कि बैंक अगले तीन वर्षों में देश भर में 2,000 शाखाओं के साथ-साथ इतनी ही संख्या में एटीएम तक अपनी पहुंच बढ़ाने की दिशा में भी काम कर रहा है, जिसका लक्ष्य अपने ब्रांड की दृश्यता के साथ-साथ टच पॉइंट्स को भी बढ़ाना है।
अधिक शाखाएं जोड़कर, पंजाब एंड सिंध बैंक कम लागत वाली जमा राशि जुटाने और ऋण उत्पादों की पहुंच बढ़ाने में सक्षम होगा।
पीएसयू बैंक के शेयर एक साल की अवधि में 123.8% बढ़ गए हैं, जिससे यह मल्टीबैगर स्टॉक बन गया है।