हैदराबाद, 23 अगस्त (आईएएनएस)। तेलंगाना के भाजपा सांसद डी. अरविंद की यह टिप्पणी कि "केवल भाजपा ही चुनाव जीतेगी, चाहे लोग किसी भी पार्टी को वोट दें", ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने भारतीय चुनाव आयोग से इस मुद्दे की गंभीरता से जाँच करने की माँग की है।अपने निर्वाचन क्षेत्र निज़ामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में की गई सांसद की 'आएगा तो मोदी ही' टिप्पणी पर बीआरएस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
अरविंद ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “अगर आप अपना वोट नोटा को देंगे तो मैं जीत जाऊंगा। यदि आप 'कार' (बीआरएस) को वोट देंगे तो मैं जीत जाऊंगा। अगर आप 'हाथ' (कांग्रेस) को वोट देंगे तो भी 'कमल' (भाजपा) जीतेगा।''
'आएगा तो मोदी ही' टिप्पणी करने के बाद अरविंद ने कहा कि वह अहंकार के कारण नहीं बोल रहे हैं, बल्कि लोगों की सेवा करके उनके पास आए हैं।
बीआरएस नेता के. कविता ने बुधवार को भारत के चुनाव आयोग से अरविंद के बयान को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।
उन्होंने हैदराबाद में मीडियाकर्मियों से कहा कि बीआरएस नेता चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर निज़ामाबाद से लोकसभा सदस्य द्वारा की गई टिप्पणियों पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह करेंगे।
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने कहा कि अशोक विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के शोध पत्र ने पहले ही देश में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ पर बहस छेड़ दी है।
निज़ामाबाद की पूर्व सांसद कविता ने कहा, “अब सत्तारूढ़ दल के एक सांसद द्वारा इस तरह की टिप्पणी करने से संदेह पैदा हो गया है। भारत के चुनाव आयोग को इस पर गंभीरता से गौर करना चाहिए।”
अरविंद से 2019 में लोकसभा चुनाव हारने वाले बीआरएस नेता ने भी कुछ समुदायों को धमकी देने वाली उनकी टिप्पणियों की निंदा की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए भाजपा सांसद ने कहा था कि बुलडोजर का इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब पथराव किया जाएगा।
--आईएएनएस
एकेजे