नयी दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। पांच सौ अरब डॉलर के वैश्विक चिप आपूर्ति बाजार में भारत के लिए अपार अवसर हैं और उसका बाजार का दायरा 85 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स एंड सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए) की रिपोर्ट के अनुसार, गैस, रसायन, खनिज, उपकरण और सेवा सहित चिप निर्माण आपूर्ति श्रृंखला बाजार में भारत महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का सेमीकंडक्टर उद्योग सामग्री, उपकरण और सेवा क्षमता निर्माण की दिशा में काम कर सकता है।
आपूर्ति श्रृंखला की बाधा के कारण वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की किल्लत हो गई है और इसने संसाधनों के वैविध्य और भरोसेमंद स्रोत के महत्व को रेखांकित किया है।
ग्लोबल सप्लाई चेन, इंटेल इंडिया के कंट्री मैनेजर जितेंद्र चड्डा ने कहा कि भारतीय सेमीकंडक्टर निर्माण आपूर्ति श्रृंखला का इकोसिस्टम अभी शुरूआती चरण में है। वैश्विक स्तर पर तेजी से बदल रहे परिदृश्य में भारत आपूर्ति श्रृंखला की एक महत्वपूर्ण कड़ी बन सकता है।
आईईएसए ने वैश्विक मांगों को पूरा करने और भारत के लिए मूल्य सृजन के उद्देश्य से कोर इंटरेस्ट ग्रुप का गठन किया है।
सेमीकंडक्टर की बढ़ती मांग को पूरो करने के लिए दुनिया भर में इसके निर्माण संयंत्र बढ़ रहे हैं और ये अपनी आपूर्ति श्रृंखला में विविधता चाहते हैं। ऐसे में भारत के पास अपार संभावनाएं हैं।
--आईएएनएस
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