मुंबई, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। घरेलू इक्विटी में लगातार छठे दिन मुनाफावसूली जारी रही और निफ्टी 19,000 अंक से नीचे फिसल गया और लगभग 18,857 के स्तर (-1.4 प्रतिशत) पर बंद हुआ। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने ये बात कही है।उन्होंने कहा कि जहां निफ्टी 257 अंक गिरकर चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया, वहीं सेंसेक्स 900 अंक गिरकर 63,148 पर बंद हुआ। सभी सेक्टर्स में 1-2 फीसदी की गिरावट रही।
मध्य पूर्व में तनाव और लगभग 5 प्रतिशत पर स्थिर अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड के साथ निवेशक कोई जोखिम लेने के मूड में नहीं हैं। इसके अलावा, दूसरी तिमाही के मिले-जुले नतीजे, लगातार एफआईआई की बिकवाली, तेल की बढ़ती कीमतें और डॉलर-रूपया के रिकॉर्ड 83 से ऊपर पहुंचने से भी निवेशकों के सेंटीमेंट्स पर असर पड़ा है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं को देखते हुए, निकट अवधि में अधिक अस्थिरता हो सकती है, जिससे लंबी अवधि के निवेशकों को गुणवत्ता वाले स्टॉक जमा करने का मौका मिलेगा।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अब तक दूसरी तिमाही के नतीजे पूर्वानुमान की तुलना में कम रहे हैं। ऐसी ही निराशा विकसित अर्थव्यवस्थाओं में भी दिखाई दे रही है।
भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और ऊंची ब्याज दरों के कारण अर्थव्यवस्था में और मंदी के जोखिम के कारण कमाई और मूल्यांकन में गिरावट हो रही है। उन्होंने कहा, बिकवाली का दबाव बढ़ गया है, निवेशक सतर्क रहें।
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