नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिका में बढ़ी हुई बॉन्ड यील्ड और पश्चिम एशिया में तनाव के कारण लगातार छह दिनों की गिरावट के दौरान शेयर बाजार में जरूरत से ज्यादा बिकवाली हुई। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है। उन्होंने कहा कि बैंकिंग और आईटी जैसे एफपीआई जैसे सेक्टरमें शॉर्टिंग ने बाजार में तेज गिरावट में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा कि तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की 4.9 फीसदी की वृद्धि का मतलब है कि फेड आक्रामक बना रहेगा और 'लंबे समय तक ऊंची' ब्याज दर व्यवस्था शेयर बाजार के लिए अच्छा नहीं है।
अच्छी बात ये रही कि इस दौरान वैलुएशन अब ठीक हो गए हैं। बैंकिंग जैसे सेक्टर में मूल्यांकन आकर्षक हैं। यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए निवेश करने का समय है। उन्होंने कहा, इतिहास हमें बताता है कि भू-राजनीतिक घटनाओं से उत्पन्न करेक्शन खरीदारी के अवसर होते हैं।
प्रभुदास लीलाधर में तकनीकी अनुसंधान की वाइस प्रेसिडेंट वैशाली पारेख ने कहा कि निफ्टी18,850 ज़ोन को छू लिया है, मतलब कि सेंटीमेंट्स कमजोर हैं।
शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 551 अंक ऊपर 63,699 अंक पर है। एसबीआई (NS:SBI) 2.4 फीसदी ऊपर है।
--आईएएनएस
एसकेपी