मुंबई, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिका में तेजी के बावजूद पिछले पांच कारोबारी दिनों से बाजार सुस्त बना हुआ है। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज में बिजनेस डेवलपमेंट, इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के प्रमुख जयकृष्ण गांधी ने कहा, "निफ्टी 21,000 अंक के पार जाने के लिए संघर्ष कर रहा है।"व्यापक बाजार में कुछ बदलाव देखने को मिला है, क्योंकि बैंकों ने आईटी क्षेत्र में कुछ दिलचस्पी दिखाई है और बिक्री जारी रखी है। दूसरी ओर, मांग में कमी की आशंका के कारण तेल की कीमतों में तेजी से गिरावट आई है और अब यह 70 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है।
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों में मुद्रास्फीती उम्मीदों के अनुरूप है। भारत में खाद्य पदार्थों की ऊंची कीमतों के कारण मुद्रास्फीती में वृद्धि देखी गई और अमेरिका में आर्थिक विकास धीमा होने से इसमें थोड़ी नरमी आई।
उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर, हमारा मानना है कि व्यापक बाजार मजबूत बना रहेगा, जैसा कि नवंबर में एफआईआई द्वारा खरीददारी से देखा जा सकता है। राज्य चुनावों ने आम चुनावों से पहले बाजार को बड़ा बढ़ावा दिया। निकट भविष्य में, जैसे-जैसे हम साल के अंत की ओर बढ़ रहे हैं, हमें मौजूदा स्तरों के आसपास कुछ कॉनसॉलिडेशन की उम्मीद करनी चाहिए।"
बुधवार को भी बाजार सपाट रहा। रुपीज़ के निदेशक और वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक शीर्शम गुप्ता ने कहा, “गुरूवार को निफ्टी ऑप्शंस की समाप्ति पर ऐसा ही रहने की उम्मीद है। असली एक्शन शुक्रवार को होगा।"
निफ्टी को 21,000 के स्तर के आसपास प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बाजार को ऊपर की ओर बढ़ने के लिए निफ्टी को इस स्तर को पार करना होगा।
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