साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

मणिपुर के कांगपोकपी जिले में जातीय संघर्ष में मारे गए 23 लोगों को सात महीने बाद दफनाया

प्रकाशित 16/12/2023, 02:59 am
मणिपुर के कांगपोकपी जिले में जातीय संघर्ष में मारे गए 23 लोगों को सात महीने बाद दफनाया

इम्फाल, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। मणिपुर की जातीय हिंसा में सात महीने पहले मारे गए 23 कुकी-ज़ो आदिवासियों का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया गया। कांगपोकपी जिले में आयोजित सामूहिक दफन समारोह में उनके रिश्तेदार सहित हजारों पुरुष और महिलाएं शामिल हुईं।सात वर्षीय लड़के तोंसिंग हैंगशिंग और उसकी मां सहित 23 मृतकों को आखिरकार कांगपोकपी जिला मुख्यालय से लगभग 20 किमी दूर फैजांग गांव में शहीद कब्रिस्तान में दफनाया गया।

"आप हमारे कल के लिए अपने आज का बलिदान करें" थीम के तहत कांगपोकपी में सदर हिल्स के एक शीर्ष कुकी नागरिक समाज संगठन जनजातीय एकता समिति (सीओटीयू) द्वारा सामूहिक दफन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

कुकी-ज़ो समुदाय के कुल 60 लोगों के शवों को गुरुवार को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों द्वारा इम्फाल से चुराचांदपुर और कांगपोकपी जिलों में ले जाया गया।

इसी तरह, 3 मई को जातीय संघर्ष शुरू होने के बाद से चुराचांदपुर जिला अस्पताल के मुर्दाघर में पड़े मैतेई समुदाय के चार पीड़ितों के शवों को भी उनके अंतिम संस्कार के लिए इम्फाल घाटी में हवाई मार्ग से ले जाया गया।

सीओटीयू के एक प्रवक्ता ने कहा कि शेष शवों का अंतिम संस्कार एक या दो दिन में किया जाएगा।

इम्फाल और चुराचांदपुर में मुर्दाघरों में पड़े शवों को एयरलिफ्ट करने की कवायद सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले महीने लावारिस शवों के सम्मानजनक निपटान के लिए राज्य सरकार को निर्देश जारी करने के बाद ही हुई।

अधिकारियों के अनुसार, 64 शवों में से 60 शव जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान (जेएनआईएमएस) और क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के मुर्दाघरों में पड़े थे जो मई के पहले सप्ताह में जातीय दंगे में मारे गए थे।

सीओटीयू ने अंतिम संस्कार सेवाओं के संचालन के लिए शुक्रवार को कांगपोकपी के सदर हिल्स में 12 घंटे के पूर्ण बंद का आह्वान किया और लोगों से उनके साथ सहयोग करने की अपील की।

सुप्रीम कोर्ट ने हिंसा से तबाह मणिपुर में जांच, राहत, उपचारात्मक उपायों, मुआवजे और पुनर्वास की जांच के लिए अगस्त में उच्च न्यायालय के तीन पूर्व न्यायाधीशों - गीता मित्तल, शालिनी जोशी और आशा मेनन की एक समिति बनाई थी।

समिति की रिपोर्ट पर विचार करते हुए शीर्ष अदालत ने मणिपुर में जातीय हिंसा में मारे गए लोगों को दफनाने या दाह संस्कार करने के निर्देश जारी किए, जिनमें वे 88 लोग भी शामिल थे जिनकी पहचान की गई थी, लेकिन उनके शवों पर उनके परिवार के सदस्यों ने दावा नहीं किया था।

दफ़न या दाह संस्कार का अंतिम संस्कार मणिपुर सरकार द्वारा चिन्हित नौ स्थलों पर किया जाना था या राज्य आगे बढ़ सकता था और नगरपालिका कानूनों के अनुसार ऐसा कर सकता था।

मणिपुर में मई के पहले सप्ताह में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में राज्य के पहाड़ी जिलों में "आदिवासी एकजुटता मार्च" आयोजित किए जाने के बाद जातीय हिंसा भड़क उठी थी। गैर-आदिवासी मैतेई और आदिवासी कुकी समुदायों के बीच जातीय दंगे में अब तक 182 लोगों की मौत हो चुकी है, कई सौ लोग घायल हुए हैं और दोनों समुदायों के 70 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।

--आईएएनएस

एकेजे

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित