लखनऊ, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। 22 जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व अयोध्या के प्रति श्रद्धालुओं का आकर्षण बढ़ा है। पवित्र सरयू में स्नान, तर्पण, आचमन समेत विभिन्न अनुष्ठानों की पूर्ति तथा घाटों के सौंदर्यीकरण का साक्षी बनने की चाह लिए देश भर से श्रद्धालुओं का तांता सरयू के समस्त घाटों की ओर भी बढ़ रहा है। ऐसे में, श्रद्धालुओं की भीड़ का उचित प्रबंधन, मार्गदर्शन तथा किसी अप्रिय परिस्थिति में तत्काल समाधान उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने अयोध्या में जल पुलिस की तैनाती की है। वाराणसी, प्रयागराज, मीरजापुर के बाद अयोध्या चौथा शहर है, जहां के घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जल पुलिस की तैनाती की गई है।
श्रीराम के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए देश-दुनिया से आने वाले वीवीआईपी के घाटों पर होने वाले मूवमेंट को लेकर भी जल पुलिस ने विविधत तैयारियां कर रखी हैं।
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि एक हेड कॉन्स्टेबल व 19 कॉन्स्टेबल ड्यूटी पर हैं। सुरक्षा उपकरण 4 बोट, चार इंजन (50 एचपी), 10 थ्रो बाल, 10 लाइफ ब्वाय रिंग, 15 लाइफ जैकेट, 10 रेस्क्यू ट्यूब व 2 ड्रैगन लाइट की व्यवस्था है। इसके साथ ही एसडीआरएफ की दो प्लाटून है, जिसमें 35 लोग तैनात हैं। वहीं 20 जनवरी तक अन्य सुविधाएं बढ़ाई जानी संभावित हैं।
उन्होंने बताया कि 2019 में अयोध्या में जल पुलिस की तैनाती की गई। चार वर्षों में 400 से अधिक लोगों को जल पुलिस बचा चुकी है। दुर्घटनावश नदी के गहरे पानी में उतर जाने वाले लोग, बाढ़ग्रस्त इलाकों में संकट में फंसे लोगों के लिए भी जल पुलिस उम्मीद की किरण की तरह कार्य करती है।
--आईएएनएस
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