बेंगलुरु, 23 मार्च (आईएएनएस)। कर्नाटक में नेता प्रतिपक्ष आर अशोक ने शनिवार को कहा कि पानी के उपयोग को लेकर राज्य सरकार को लोगों को मुफ्त हिदायतें देने से बचना चाहिए और मेकेदातु परियोजना पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "बेंगलुरु में पानी की किल्लत है। पानी मुहैया कराने की जगह मौजूदा सरकार पानी का कम उपयोग करने की सलाह दे रही है। बेंगलुरु जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (बीडब्लूएसएसबी) ने लोगों से नहाने के लिए पानी का उपयोग न करने की सलाह दी है।"
उन्होंने कहा कि बीडब्ल्यूएसएसबी पानी की आपूर्ति कैसे सुनिश्चित की जाए, इसकी जानकारी भी साझा नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा कि डीएमके ने अपने घोषणापत्र में स्पष्ट कर दिया है कि अगर इंडिया अलायंस सत्ता में आती है, तो वो कर्नाटक सरकार को मेकेदातु परियोजना को लागू नहीं करने देगी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "कर्नाटक सरकार इस पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दे रही है। जब एक जंगली हाथी के हमले में केरल के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, तो राज्य सरकार ने दावा किया था कि यह हाथी कर्नाटक का है और बाकायदा 15 लाख रुपए मुआवजे के रूप में भी देने का ऐलान किया। उन्हें मेकेदातु परियोजना पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। यह परियोजना बेंगलुरु सहित अन्य क्षेत्रों के लोगों को पेय जल मुहैया कराने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकता है।"
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास लोगों के लिए पीने का पानी सुनिश्चित करने के लिए पैसे नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "अभी हाल ही में हुए चुनाव में कांग्रेस को जहां शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने तीन राज्यों में जीत का परचम लहराया। अब बीजेपी अपनी तैयारियों के अंतिम चरण में आ चुकी है। अब कांग्रेस अकेले पड़ चुकी है। इंडिया ब्लॉक के घटक दलों ने उनका साथ छोड़ दिया है।"
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