आदित्य रघुनाथ द्वारा
Investing.com - कंसल्टिंग फर्म KPMG की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी भारत में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के लिए बड़े पैमाने पर विकास कर सकती है। इसने कहा कि भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग 2025 में $ 263 बिलियन से आज $ 470 बिलियन का नुकसान कर सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्रोथ टियर- II और टियर- III शहरों द्वारा संचालित की जाएगी, जो महानगरों में अधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ खरीदकर ट्रेंड शुरू कर सकते हैं क्योंकि महामारी प्रतिबंधित गतिशीलता और होम कल्चर से काम करते हैं। ।
रिपोर्ट में कहा गया है कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए कोल्ड स्टोरेज, डिजीटल आपूर्ति श्रृंखला और स्मार्ट वेयरहाउसिंग में वृद्धि आवश्यक है।
उन्होंने कहा, “कोल्ड स्टोरेज क्षमता बढ़ाने की सीधी जरूरत है, जिसमें खराब होने वाले उत्पादों की मापनीयता चुनौतीपूर्ण हो। रिपोर्ट के मुताबिक डिजीटल सप्लाई चेन, स्मार्ट वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री 4.0 तकनीक का इस्तेमाल करके भारत को स्टोरेज और ट्रांजिट के दौरान बर्बादी कम करने में मदद कर सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "सरकार नि: शुल्क व्यापार समझौतों (FTAs) पर बातचीत करके निर्यातकों का समर्थन कर सकती है, गैर-टैरिफ बाधाओं (NTBs) को कम कर सकती है और निर्यात उत्पाद (RoDTEP) योजना पर कर्तव्यों और करों के छूट के कार्यान्वयन को तेज कर सकती है।"
भारत में प्रमुख खाद्य प्रसंस्करण कंपनियों में ADF Foods Ltd (NS:AMRN), Apex Frozen Foods Ltd (NS:APEX), DFM Foods Ltd (NS:DFMF), Heritage Foods Ltd (NS:HEFI), Tasty Bite Eatables Ltd (BO:TABE). Britannia Industries Ltd (NS:BRIT) और Nestle India Ltd (NS:NEST) शामिल हैं।