iGrain India - वैंकुवर । कनाडा में काबुली चना की बिजाई आरंभ हो गई है। सरकारी एजेंसी- स्टेट्सकैन ने चालू वर्ष के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर इसका बिजाई क्षेत्र बढ़कर 4 लाख एकड़ पर पहुंच जाने की संभावना व्यक्त की है जबकि एक अग्रणी व्यापार विश्लेषक ने क्षेत्रफल 3.50 लाख एकड़ के आसपास रहने का अनुमान लगाया है फिर भी यह पिछले दो दशकों में चौथा सबसे बड़ा रकबा होगा।
कनाडा से कृषि मंत्रालयों ने वर्ष 2024 में 2.25 लाख टन चना के घरेलू उत्पादन का अनुमान लगाया है जिससे उद्योग-व्यापार क्षेत्र भी काफी हद तक सहमत है।
फिलहाल मौसम की हालत सामान्य है अगर कुछ क्षेत्रों में बारिश की आवश्यकता महसूस की जा रही है। विश्लेषकों के अनुसार आगामी छह-आठ सप्ताहों का मौसम चना की उपज दर, कुल पैदावर एवं क्वालिटी की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण साबित होगा। इस पर सबकी गहरी नजर बनी रहेगी।
काबुली चना के वैश्विक निर्यात बाजार में कनाडा के प्रमुख प्रतिद्वंदी देशों में तुर्की, मैक्सिको, अमरीका, अर्जेन्टीना एवं भारत आदि शामिल है। तुर्की की स्थिति अजीब है।
वहां काबुली चना का अच्छा उत्पादन होता है फिर भी वह कनाडा से इसका आयात करके विदेशों में निर्यात भी करता है। समीक्षकों के मुताबिक तुर्की में काबुली चना के बजाए हरी मसूर की खेती को प्राथमिकता दी गई है लेकिन ग्लोबल पल्स कॉन फेडरेशन (जीपीसी) द्वारा हाल ही में प्रकाशित एक आलेख से पता चलता है कि तुर्की में चना का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के लगभग बराबर ही रहेगा।
उधर अमरीका में काबुली चना का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल की तुलना में करीब 15 प्रतिशत बढ़कर इस बार 4.29 लाख एकड़ पर पहुंचने की उम्मीद है। वहां बिजाई अंतिम चरण में पहुंच गई है और फसल की हालत बहुत अच्छी है।
लेकिन अर्जेन्टीना में पिछले साल मौसम की हालत अच्छी नहीं होने से बड़े दाने वाले काबुली चना के उत्पादन में कमी आ गई जिससे 9 मि०मी० आकार वाले काबुली चना के दाम में जोरदार तेजी आ गई थी।