नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस)। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से 2024 में सामान्य से अच्छा मानसून रहने की उम्मीद जताई गई है।
अच्छे मानसून का शेयर बाजार पर भी असर होता है, क्योंकि इससे देश में कंज्यूमर गुड्स, गाड़ियों और कृषि उपकरणों की मांग में इजाफा होता है और इन सेक्टरों से जुड़ी कंपनियां अच्छे नतीजे पेश करती हैं।
मई में अब तक निफ्टी एफएमसीजी 1.5 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है, जो कि बेंचमार्क सूचकांक निफ्टी 50 के रिटर्न से करीब दो प्रतिशत ज्यादा है। इस इंडेक्स का पिछले छह महीने में प्रदर्शन बेंचमार्क से कमजोर रहा है।
हिंदुस्तान यूनिलीवर (NS:HLL) का शेयर पिछले एक महीने में करीब 4.5 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है। कंपनी ने नतीजों के बाद अपनी गाइडेंस में कहा था कि मांग में सुधार देखने को मिल रहा है।
सफोला और पैराशूट जैसे ब्रांड के तहत प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनी मैरिको का शेयर पिछले एक महीने में 17.95 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है।
चौथी तिमाही के नतीजों के बाद मैरिको ने अपनी गाइडेंस में कहा था कि ग्रामीण मांग में सुधार हो रहा है और चालू वित्त वर्ष में घरेलू कारोबार से आय में बढ़त दोहरे अंक में रह सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से भी अप्रैल की मॉनेटरी पॉलिसी में कहा गया था कि देश में ग्रामीण मांग में मजबूती लौट रही है।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की एक रिपोर्ट में नीलसन के आंकड़ों के हवाले से बताया गया था कि मार्च तिमाही में ग्रामीण इलाकों में एफएमसीजी कंपनियों की ब्रिकी में 7.6 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। यह पिछले तीन वर्षों में पहली बार है जब ग्रामीण इलाकों में हुई वृद्धि ने शहरी इलाकों को पीछे छोड़ा है।
ऑटो कंपनी हीरो मोटोकॉर्प का शेयर भी पिछले एक महीने में 21 प्रतिशत का रिटर्न दे चुका है। कंपनी की ओर से कहा गया था कि नए वाहनों को लेकर ज्यादा इंक्वायरी ग्रामीण इलाकों से आ रही है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा (NS:MAHM) के शेयर ने भी पिछले एक महीने में करीब 20 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। चौथी तिमाही के अच्छे नतीजों के कारण बीते शुक्रवार को शेयर में 6 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त हुई थी। ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनी एस्कॉर्ट्स कुबोटा ने पिछले एक महीने में 25 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स की ओर से जारी आंकड़ों में बताया गया कि पिछले महीने मोटरसाइकिल और स्कूटर्स की बिक्री में सालाना आधार पर 33 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
--आईएएनएस
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