पटना, 1 जून (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के मतदान के बाद सबकी नजर एग्जिट पोल पर लगी थी। शनिवार शाम मतदान का समय समाप्त होने के बाद सामने आए एग्जिट पोल में बिहार में एनडीए को बढ़त बताई जा रही है। हालांकि, पिछले चुनाव की तुलना में नुकसान का अनुमान लगाया गया है। रिपब्लिक भारत-मैट्रिज के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए को 32 से 37 सीट मिलने का अनुमान है। जबकि, इंडिया गठबंधन के खाते में 2 से 7 सीट आ सकती है।
एक्सिस-माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक बिहार में एनडीए को 29-33 सीट मिल सकती है। जबकि, इंडिया गठबंधन के खाते में 7-10 सीट आ सकती है। इसमें भाजपा को 13-15, जदयू को 9-11, कांग्रेस को 1-2 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। लोजपा (रामविलास) को 5 सीट मिलने की बात कही गई है।
आज तक के एग्जिट पोल में भाजपा को 13-15 सीट मिलने का अनुमान है। जबकि, जदयू को 9-11 सीट मिलने का अनुमान जताया गया है। चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को 5 और राजद को 6-7 सीट मिल सकती है। कांग्रेस को 1-2 सीट मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में भी दो सीट जाने की संभावना है।
बिहार में एनडीए में भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल है।
बिहार की 40 लोकसभा सीट में भाजपा को 17, जदयू को 16, लोजपा (रामविलास) को 5 तथा जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को एक-एक सीट दी गई थी।
दूसरी ओर महागठबंधन में राजद ने 26, कांग्रेस ने 9 और वामपंथी दलों ने पांच सीट पर चुनाव लड़ा है। राजद ने अपने कोटे से तीन सीट मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को दी थी। मुकेश सहनी की पार्टी ने गोपालगंज, झंझारपुर और मोतिहारी में अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए ने 39 सीट पर जीत दर्ज की थी। जबकि, कांग्रेस को एक सीट मिली थी। राजद के खाता भी नहीं खुला था।
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