प्रीमियम डेटा अनलॉक करें: 50% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

भारतीय फार्मा इंडस्ट्री की निर्यात वृद्धि दर दोहरे अंक में पहुंची

प्रकाशित 18/06/2024, 07:35 pm
© Reuters.  भारतीय फार्मा इंडस्ट्री की निर्यात वृद्धि दर दोहरे अंक में पहुंची
RDY
-
SANO
-
CIPL
-
REDY
-
SUN
-

नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। भारतीय फार्मा इंडस्ट्री के निर्यात की वृद्धि दर मई में दोहरे अंक में पहुंच गई है। इसकी वजह यूएस और यूके से जेनेरिक दवाइयों की मजबूत मांग का होना है।मई 2024 में भारत का फार्मा निर्यात 10.45 प्रतिशत बढ़कर 2.30 अरब डॉलर हो गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष समान अवधि में 2.08 अरब डॉलर था।

फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल, रवि उदय भास्कर ने कहा कि फिलहाल ये सकारात्मक रूप से बढ़ रहा है और हमें उम्मीद है कि वृद्धि दर 10 प्रतिशत से नीचे नहीं आएगी।

वॉल्यूम के हिसाब से भारत मौजूदा समय में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा फार्मास्यूटिकल्स उत्पादक देश है।

फार्मेक्सिल के मुताबिक, भारतीय फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट्स के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत के फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट में अमेरिका की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत थी।

भास्कर की ओर से कहा गया कि लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों जैसे डायबिटीज, बीपी और डिप्रेशन के इलाज के लिए दवाओं के बढ़ते उपयोग से भारत की सस्ती कीमत वाली दवाओं की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

इंडिया रेटिंग्स और रिसर्च की ओर से रिपोर्ट में कहा गया कि अमेरिका में दवाइयों की कमी के कारण 2024-25 में भारतीय फार्मा कंपनियों की आय में बढ़त जारी रहेगी। भारत जेनेरिक दवाइयों का हब है। डॉ रेड्डीज, सिप्ला और सनफार्मा जैसी फार्मा कंपनियां इन दवाइयों की मैन्युफैक्चरिंग करती हैं और इनके पास अमेरिका और यूरोप में अच्छा मार्केट शेयर है।

यूटा ड्रग इनफार्मेशन सर्विस के डेटा का हवाला देते हुए इंडिया रेटिंग ने अपने नोट में कहा था कि अमेरिका में दवाइयों की कमी दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।

नोट में एयूएसएफडीए के डेटा के हवाले कहा गया कि अप्रैल में 233 दवाइयों की कमी थी। इसकी वजह उन दवाइयों का उत्पादन बंद होना, विकल्प मिलने में देरी और मांग अधिक होना था।

--आईएएनएस

एबीएस/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित