कोलकाता, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में सिलीगुड़ी के पास बागडोगरा हवाईअड्डे पर हवाईअड्डे के कर्मचारियों की जानकारी में रनवे में दरार आने के बाद गुरुवार की सुबह कई घंटों के लिए उड़ान सेवाएं बंद कर दी गईं।हवाई अड्डा के सूत्रों ने पुष्टि की कि यह तीसरी बार है जब उक्त हवाईअड्डे के रनवे पर पिछले 30 दिनों के दौरान दरारें देखी गई हैं।
हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि गुरुवार सुबह नियमित निरीक्षण के दौरान दरार देखी गई, जिसके बाद हवाई अड्डे से आने-जाने वाली उड़ानें लगभग सात घंटे के लिए स्थगित कर दी गईं। उन्होंने कहा, दरारें शायद बीती रात हुई बारिश के कारण हुई हैं।
पता चला है कि गुरुवार सुबह से एयरपोर्ट से पांच उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं। गुरुवार सुबह से सिर्फ एक फ्लाइट एयरपोर्ट पर उतरी है। वहां उतरने वाली उड़ानों को या तो कोलकाता या गुवाहाटी या फिर दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया। इससे पहले बागडोगरा हवाई अड्डे के फील्ड स्टाफ ने दो बार - 15 मार्च और 23 मार्च 2022 - को बागडोगरा हवाईअड्डे पर दरारें देखीं थीं। जिन यात्रियों को बागडोगरा हवाईअड्डे से फ्लाइट पकड़नी थी, वे कई घंटों तक वहीं फंस गए।
बागडोगरा हवाई अड्डे के रनवे और हवाई यातायात नियंत्रण का प्रबंधन भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा किया जाता है। हाल ही में, आईएएफ ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) को एक पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि उक्त हवाई अड्डे के रनवे पर काम किए जाने के कारण यह 11 अप्रैल से 25 अप्रैल तक 14 दिनों के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा।
एक प्रतिष्ठित चाय बागान के निदेशक इंद्रनील घोष, जिन्हें पेशेवर कारणों से बार-बार बागडोगरा जाना पड़ता है, ने आईएएनएस को बताया कि रनवे पर लगातार दरारें इस हवाई अड्डे के साथ एकमात्र समस्या नहीं हैं। घोष ने कहा, हवाईअड्डे की क्षमता सिर्फ 5,000 यात्रियों के लिए ही है, लेकिन दैनिक यात्रियों की संख्या लगभग 20,000 यात्रियों तक हो जाती है, इसलिए हवाई अड्डे पर हमेशा अधिक भीड़ रहती है।
--आईएएनएस
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