एथेंस, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को ऋण की किस्त चुकाने और ऊर्जा की कीमतों में रही तेजी के कारण यूनान में इस साल मार्च में महंगाई ने 27 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।चीन की संवाद समिति शिन्हुआ के मुताबिक यूनान के सांख्यिकी आंकड़े जारी करने वाले संस्थान हेलेनिक स्टैटिस्टिकल अथॉरिटी (एलस्टैट) ने बताया है कि इस साल मार्च में वार्षिक महंगाई दर बढ़कर 8.9 प्रतिशत पर पहुंच गयी।
इससे पहले फरवरी 2022 में यूनान की महंगाई दर 7.2 प्रतिशत और जनवरी में 6.2 प्रतिशत रही थी। मार्च 2021 में महंगाई दर 1.6 प्रतिशक ऋणात्मक थी।
गत एक साल के दौरान यूनान में ऊर्जा की कीमतों में बेतहाशा तेजी आयी है। बिजली के दाम 79.3 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस के दाम 68.3 प्रतिशत और हीटिंग ऑयल के दाम 58.5 प्रतिशत बढ़ गये हैं।
यूनान की सरकार बिजली की बढ़ती कीमतों को देखते हुये कारोबारियों और आम लोगों को राहत देने के लिये बिजली बिल में छूट दे रही है।
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध का असर भी यूनान की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। यूनान रूस ने कच्चे तेल और यूक्रेन से अनाज का आयात करता है। आपूर्ति बाधा के कारण यहां कमोडिटी के दाम बढ़ गये हैं।
इसके अलावा यूनान ने गंभीर वित्तीय संकट के दौरान आईएमएफ से बेलआउट पैकेज भी लिया था। उसने आईएमएफ से लिये गये ऋण की अंतिम किस्त समय से दो साल पहले ही भुगतान कर दी है।
यूनान के वित्त मंत्री क्रिस्टस स्टेकुरस का कहना है कि इससे देश को ब्याज के रूप में 61.4 मिलियन डॉलर की बचत हुई है।
यूनान वर्ष 2019 से ही आईएमएफ की किस्तों को समय से पहले भुगतान कर रहा है, जिससे अब तक ब्याज के रूप में कुल 230 मिलियन यूरो की बचत हुई है।
कर्ज के भारी बोझ के तले दबे यूनान को दिवालिया होने से बचने के लिये मई 2010 से 2018 के बीच यूरो क्षेत्र और आईएमएफ से ऋण लेना पड़ा था।
--आईएएनएस
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