नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। टमाटर और चिकन की कीमतें कम होने के कारण घर में बनी शाकाहारी और मांसाहारी थाली के दाम अगस्त में कम हो गए हैं। यह जानकारी शुक्रवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई। रिसर्च फर्म क्रिसिल की ओर से खाने की थाली की लागत को लेकर हर महीने जारी की जाने वाली रिपोर्ट में कहा गया कि सालाना आधार पर अगस्त में शाकाहारी और मांसाहारी थाली की कीमत में क्रमश: 8 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है।
टमाटर जिसकी शाकाहारी थाली में हिस्सेदारी 14 प्रतिशत की है। अगस्त में इसकी कीमत में सालाना आधार पर 51 प्रतिशत की कमी आई है। अगस्त 2023 में टमाटर की कीमत 102 रुपये प्रति किलो थी, जो कि अगस्त 2024 में कम होकर 50 रुपये प्रति किलो रह गई है। टमाटर की कीमत में कमी आने की वजह दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों से नई फसल का आना है।
अगस्त में तीन मुख्य सब्जियों की कीमत में अलग-अलग ट्रेंड देखने को मिला है।
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स में निदेशक (रिसर्च) पुशन शर्मा ने कहा, "अगस्त में सालाना आधार पर प्याज की कीमत में 15 रुपये प्रति किलो या 51 प्रतिशत और आलू की कीमत में 13 रुपये प्रति किलो या 53 प्रतिशत की बढ़त हुई है। इसकी वजह नई फसल का बाजार में कम पहुंचना है।"
रिपोर्ट में बताया गया कि थाली की कीमत में कमी आने की वजह एलपीजी का 27 प्रतिशत सस्ता होना भी है। देश की राजधानी दिल्ली में 14.2 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत मार्च 2024 से 803 रुपये है, जो कि अगस्त 2023 में 1,103 रुपये थी।
रिपोर्ट में कहा गया, "मांसाहारी थाली की कीमत में कमी की बड़ी वजह चिकन की कीमतों में कमी आना है। अगस्त में श्रावण मास होने के कारण मांसाहार की खपत कम हो जाती है।"
शर्मा ने आगे कहा कि गुजरात, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में लेट ब्लाइट संक्रमण के कारण सालाना आधार पर कम उत्पादन के चलते आलू की कीमतें स्थिर रहने की संभावना है।
--आईएएनएस
एबीएस/एबीएम