🤑 इससे ज़्यादा किफ़ायती कुछ नहीं है। ब्लैक फ्राइडे पर 60% की छूट का लाभ उठाएँ, इससे पहले कि यह खत्म हो जाए…सेल को क्लेम करें

श्रीपाद दामोदर सातवलेकर रचित वेदों का हिंदी भाषा में विमोचन

प्रकाशित 19/09/2024, 04:47 am
श्रीपाद दामोदर सातवलेकर रचित वेदों का हिंदी भाषा में विमोचन

नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)। बुधवार को श्रीपाद दामोदर सातवलेकर रचित वेदों का हिंदी भाषा में विमोचन किया गया। इस दौरान लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ के पूर्व कुलपति रमेश कुमार पांडे ने आईएएनएस से खास बातचीत की। लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ के पूर्व कुलपति रमेश कुमार पांडे ने आईएएनएस को बताया, "वेद बहुत प्राचीन है। ये सृष्टि से भी ज्यादा प्राचीन है। इसमें कुछ नया नहीं है। लेकिन श्रीपाद दामोदर सातवलेकर जी ने इन वेदों को हिंदी भाषा में बदला, जिसका नाम रखा गया सुबोध भाष्य, जिससे आसानी से लोगों को समझ में आए। पहले ये बहुत ही कठिन थे। लोगों के लिए पढ़ना आसान नहीं था।"

उन्होंने आगे बताया कि भारत सरकार ने अपनी दुर्लभ ग्रंथ प्रकाशन योजना के अंतर्गत इसको मुद्रित किया। लेकिन जब वह भी खत्म हो गए तो फिर से छपने के लिए प्रूफ रीडिंग करना बहुत कठिन काम था। ऐसे में उसका फोटो प्रिंट किया गया, लेकिन फोटो प्रिंट ठीक नहीं आने की वजह से अक्षर साफ नहीं आ रहे थे। लोगों को पढ़ने में परेशानी हो रही थी। इसकी टाइपिंग और प्रूफ रीडिंग करना बहुत ही जटिल था, इस पर लगातार 10 वर्षों तक काम किया गया और फिर कंप्यूटर में अंकित किया गया।

उन्होंने आगे बताया, "पुस्तक का विमोचन आरएसएस के सर संचालक डॉ मोहन भागवत के कर कमलों द्वारा किया गया। बहुत सारे विद्वानों ने इस पुस्तक में अपनी भूमिका दी है। आज उन सभी को सम्मानित किया गया है। इसका संशोधन और संपादन किसी एक के बस की बात नहीं थी। इसमें सभी विद्वानों ने अपना सहयोग दिया है।"

ज्ञात हो कि, श्रीपाद दामोदर सातवलेकर रचित वेदों के हिंदी भाषा में विमोचन कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत मौजूद थे। उन्होंने ही पुस्तक का विमोचन किया और इसमें योगदान देने वाले सभी लोगों को सम्मानित किया। इस प्राचीन ग्रंथ के हिंदी रूपांतरण में 10 साल का समय लगा। जिसके टाइपिंग और प्रूफ रीडिंग में बहुत समय लगा था।

--आईएएनएस

एससीएच/एएस

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित