नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शुक्रवार को जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रीय राजधानी में मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत की ग्रोथ स्टोरी के साथ जुड़ने का यह सही समय है। जर्मन बिजनेस 2024 की 18वीं एशिया -प्रशांत कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि विदेशी निवेशकों के लिए भारत की ग्रोथ स्टोरी में भाग लेने, 'मेक इन इंडिया' पहल और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' में शामिल होने का समय आ गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर व्यापार और मैन्युफैक्चरिंग का हब बन रहा है। देश के पास डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिमांड और डेटा जैसे मजबूत स्तम्भ हैं।
जर्मनी की ओर से भी कहा गया कि भारत की स्किल्ड मैनपावर को देखते हुए हमारी ओर से प्रशिक्षित भारतीय कार्यबल के लिए वीजा की संख्या 20,000 से बढ़ाकर 90,000 कर दी गई है।
स्कोल्ज भारत की अपनी तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के तहत गुरुवार देर रात दिल्ली पहुंचे।
जर्मन चांसलर ने कहा कि वह भारत के साथ रक्षा संबंधों को गहरा करना चाहते हैं और दोनों देशों की सेनाओं को करीब लाना चाहते हैं।
जर्मन चांसलर शनिवार को गोवा की यात्रा करेंगे, जहां जर्मन नौसैनिक युद्धपोत 'बाडेन-वुर्टेमबर्ग' और लड़ाकू सहायता जहाज 'फ्रैंकफर्ट एम मेन' जर्मनी के इंडो-पैसिफिक तैनाती के हिस्से के रूप में एक निर्धारित बंदरगाह पर आ रहे हैं।
इससे पहले केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए आपसी संवेदनशीलता को समझने और सम्मान करने पर जोर दिया।
गोयल ने दिल्ली में जर्मन व्यापार के एशिया-प्रशांत सम्मेलन में कहा, "अगर दोनों पक्षों की ओर से संवेदनशीलता का सम्मान किया जाता है, तो व्यापार सौदा तेजी से संपन्न हो सकता है।"
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