कोलंबो, 3 जुलाई (आईएएनएस)। पर्यटन श्रीलंका के लिए विदेशी मुद्रा का एक प्रमुख स्रोत रहा है। महामारी से पहले, पर्यटन से श्रीलंका की वार्षिक आय 4.3 अरब अमेरिकी डॉलर के करीब पहुंच गई थी। महामारी के बाद 2021 में लगभग 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक कम हो गई है। यह जोरदार गिरावट मौजूदा विदेशी मुद्रा संकट के प्रमुख कारकों में से एक रही है।इस राजस्व में जल्द से जल्द सुधार करना महत्वपूर्ण है। मालदीव ने भारतीय बाजार को ध्यान में रखते हुए महामारी के दौरान पर्यटन स्तर को बनाए रखने के लिए एक खास रणनीति अपनाई।
सितंबर 2020 की शुरुआत में भारत के साथ एक एयर बबल समझौता किया गया। इसके तहत स्वस्थ पर्यटकों के आगमन को सुनिश्चित किया गया, जिसमें मुख्य रूप से भारतीय पर्यटक शामिल थे।
मालदीव की तरह, भारत श्रीलंका के लिए पर्यटकों का सबसे बड़ा स्रोत रहा है। 2019 में, भारत से लगभग 3,55,000 पर्यटकों ने श्रीलंका का दौरा किया।
2021 में श्रीलंका में आने वाले कुल पर्यटकों में से 29 प्रतिशत भारत के पर्यटक थे।
2022 की पहली तिमाही में भारतीय पर्यटकों ने एक बार फिर कुल 56,389 आगमन में से सबसे बड़े समूह का गठन किया।
महामारी के दौरान या उसके बाद भारतीय पर्यटकों के लिए एक विशेष व्यवस्था बनाने के लिए श्रीलंका द्वारा बहुत कम प्रयास किया गया था।
ऐसा लगता है कि भारत से अधिक से अधिक पर्यटक प्रवाह को सक्षम करने के लिए नए मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसी ही एक पहल चेन्नई-जाफना उड़ानों की प्रस्तावित बहाली है।
--आईएएनएस
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