नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (NS:RELI) (आरआईएल) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने सोमवार को कंपनी की 45वीं वार्षिक आम बैठक में 3.5 लाख करोड़ रुपये की निवेश योजनाओं की घोषणा की।अपने भाषण में, अंबानी ने कहा कि जैसा कि पिछले साल घोषित किया गया था, विकसित मॉडलों की मापनीयता के आधार पर प्रतिबद्धता को दोगुना करने की क्षमता के साथ निवेश योजनाओं में 5जी के तेजी से रोलआउट पर 2,00,000 करोड़ रुपये, मूल्य श्रृंखलाओं में ओ2सी क्षमताओं के विस्तार में 75,000 करोड़ रुपये और नए ऊर्जा व्यवसाय में 75,000 करोड़ रुपये शामिल हैं।
अंबानी ने घोषणा की है कि आरआईएल अगले पांच वर्षो में मौजूदा और नई मूल्य श्रृंखलाओं में क्षमताओं का विस्तार करने के लिए 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसका उद्देश्य तेल को रसायनों के एकीकरण में अधिकतम करना और लाभकारी फीडस्टॉक धाराओं को उच्च-मूल्य वाले रसायनों और ग्रीन मटेरियल्स में परिवर्तित करना है।
पॉलिएस्टर मूल्य श्रृंखला में, आरआईएल ने उपलब्ध अधिशेष पीएक्स का उपयोग करके 3 एमएमटीपीए क्षमता का दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल-ट्रेन पीटीए संयंत्र बनाने की योजना बनाई है।
दहेज में एक नया 1 एमएमटीपीए पीईटी संयंत्र 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
पॉलिएस्टर (पीएफवाई और पीएसएफ) की क्षमता में 1 एमएमटीपीए से अधिक का विस्तार 2026 तक चरणों में पूरा किया जाएगा।
रिलायंस वैश्विक स्तर पर पीवीसी के शीर्ष पांच उत्पादकों में शामिल होगी। भारत और संयुक्त अरब अमीरात में दहेज और जामनगर में विश्व स्तर के संयंत्रों के साथ मौजूदा क्षमता को तीन गुना करने की योजना है।
कंपनी ने 2026 तक चरणों में दहेज और जामनगर में 1.5 एमएमटीपीए फीडस्टॉक एकीकृत पीवीसी विस्तार की घोषणा की।
अंबानी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कार्बन तटस्थता हासिल करने के लिए प्रति वर्ष 5 ट्रिलियन डॉलर के निवेश के बहु-दशक की आवश्यकता होगी, जिससे रिलायंस की नई ऊर्जा दृष्टि कहीं अधिक परिवर्तनकारी और कहीं अधिक वैश्विक हो जाएगी।
आरईसी की दुनिया की अग्रणी एचजेटी तकनीक के आधार पर, आरआईएल 2024 तक 10 जीडब्ल्यू वार्षिक सेल (NS:SAIL) और मॉड्यूल क्षमता स्थापित करने की दिशा में काम करेगी और इसे 2026 तक मॉड्यूल वार्षिक क्षमता के लिए 20 जीडब्ल्यू पूरी तरह से एकीकृत क्वाट्र्ज तक बढ़ाएगी।
अंबानी ने कहा, हम 2023 तक बैटरी पैक सुविधा स्थापित करेंगे, इसे 2024 तक पैक निर्माण के लिए 5 जीडब्ल्यू वार्षिक सेल तक बढ़ाएंगे और 2027 तक इसे 50 जीडब्ल्यू तक बढ़ाएंगे।
उन्होंने कहा, हम ग्रे हाइड्रोजन के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक हैं और 2025 तक जीएच2 में परिवर्तित हो जाएंगे। हम भारत में गीगा स्केल निर्माण स्थापित करने के लिए अग्रणी इलेक्ट्रोलाइजर प्रौद्योगिकी खिलाड़ियों के साथ उन्नत चर्चा कर रहे हैं।
अंबानी ने कहा, हम पावर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए एक नई गीगा फैक्ट्री भी स्थापित कर रहे हैं जिसके लिए हम प्रमुख वैश्विक खिलाड़ियों के साथ चर्चा कर रहे हैं और प्रदर्शन, सुरक्षा और विश्वसनीयता से समझौता किए बिना सबसे किफायती समाधान प्रदान करना है।
--आईएएनएस
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