नई दिल्ली, 31 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय स्टार्टअप के लिए 2024 ऐतिहासिक रहा है। इस साल सरकार द्वारा एंजेल टैक्स (स्टार्टअप में निवेश करने पर लगने वाला टैक्स) को समाप्त कर दिया गया, जिसके कारण भारतीय स्टार्टअप्स की फंडिंग में सुधार हुआ और वे 12 अरब डॉलर से ज्यादा जुटाने में कामयाब रहे। इसके साथ फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो देश की टॉप कंपनियों के सूचकांक सेंसेक्स में अपनी जगह बनाने में कामयाब रही। भारतीय स्टार्टअप कंपनियों ने 2024 में 150 अरब डॉलर फंडिंग हासिल करने का जादुई आंकड़ा पार किया है। 2014 से 2024 के बीच न्यू एज टेक कंपनियों ने 151 अरब डॉलर से ज्यादा की फंडिंग जुटाई है। स्टार्टअप्स ने एक साल में सबसे ज्यादा 42 अरब डॉलर की फंडिंग 2021 में जुटाई थी। इसके बाद 2022 में 25 अरब डॉलर, 2023 में 10 अरब डॉलर और 2024 में 12 अरब डॉलर की राशि जुटाई थी।
शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनी जौमेटो, देश की बड़ी कंपनियों के सूचकांक सेंसेक्स में इस साल अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है। फूड डिलीवरी कंपनी ने बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) बेंचमार्क में 142 साल पुरानी स्टील कंपनी जेएसडब्लू स्टील को रिप्लेस किया है।
2024 में भारत को पहला एआई यूनिकॉर्न ओला कृत्रिम मिला। ओला ग्रुप से आने वाला यह तीसरा यूनिकॉर्न था। भाविश अग्रवाल के नेतृत्व वाला कृत्रिम इस साल जनवरी में यूनिकॉर्न बना था। मौजूदा समय में भारत में 118 यूनिकॉर्म हैं।
2024 में 13 स्टार्टअप कंपनियों ने मिलकर 29,247.4 करोड़ रुपये शेयर बाजार से जुटाए हैं। इसमें से 14,672.9 करोड़ रुपये का फ्रैश इश्यू था, जबकि 14,574.5 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (NS:SAIL) (ओएफएस) था। इन 13 आईपीओ में से 10 मेनबोर्ड और 3 एसएमई आईपीओ थे। 2021 में 10, 2022 में 6 और 2023 में 6 स्टार्टअप कंपनियों ने आईपीओ लॉन्च किए थे।
2024 में स्टार्टअप कंपनियों में सबसे बड़ा 11,327.43 करोड़ रुपये का आईपीओ स्विगी द्वारा पेश किया गया था। इसके बाद ओला इलेक्ट्रिक 6,145.56 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ दूसरे नंबर, फर्स्टक्राई 4,193.73 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ तीसरे नंबर, डिजिट इंश्योरेंस 2,614.65 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ चौथे नंबर और टीबीओ टेक 1,550.81 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ पांचवे नंबर पर था।
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