टोक्यो, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। जब क्षेत्र के हिसाब से अरबपतियों की संख्या की बात आती है, तो एशिया में अब अन्य सभी क्षेत्रों की संख्या 951 हो गई है। उत्तरी अमेरिका में 777 अरबपति और यूरोप में 536 अरबपति हैं।निक्की एशिया द्वारा फोर्ब्स की रियल-टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट में 2,400 से अधिक लोगों के स्वामित्व वाली संपत्ति का क्षेत्र-दर-क्षेत्र विश्लेषण, उत्तरी अमेरिका में 4.7 ट्रिलियन डॉलर, एशिया में 3.5 ट्रिलियन डॉलर और यूरोप में 2.4 ट्रिलियन डॉलर का है।
रिपोर्ट में मंगलवार को कहा गया, देश के हिसाब से अमेरिका 719 अरबपतियों के साथ पहले और चीन 440 के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत में 161 अरबपती हैं।
एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस के 10 सदस्य देशों में कुल 114 अरबपति हैं, जबकि ताइवान में 45, दक्षिण कोरिया में 28 और जापान में 27 हैं।
उभरते देश अब यूरोप की तुलना में अधिक अरबपति पैदा कर रहे हैं और 19वीं और 20वीं शताब्दी में अमेरिका ने संचार प्रौद्योगिकियों और वैश्वीकरण में प्रगति के कारण प्रबंधित किया।
इस बीच, एशियाई अरबपतियों को कुछ प्रतिकूल प्रभावों जैसे स्टॉक की कीमत में गिरावट और डॉलर की सराहना का सामना करना पड़ रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि फोर्ब्स की रीयल-टाइम अरबपतियों की सूची में लोगों की संख्या में लगभग छह महीनों में 245 की गिरावट आई है, जबकि 27 उत्तरी अमेरिकियों की तुलना में एशियाई लोगों की संख्या 126 है।
आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2022 के अनुसार, भारत में दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति, 60 वर्षीय गौतम अदाणी, 10,94,400 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ देश की अमीर सूची में सबसे आगे हैं।
अदाणी टेस्ला (NASDAQ:TSLA) के सीईओ एलन मस्क के बाद दूसरे स्थान पर हैं, जिनकी कुल संपत्ति 12.37 लाख करोड़ रुपये है।
अदाणी ने पिछले वर्ष की तुलना में प्रतिदिन 1,600 करोड़ रुपये जोड़कर सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया।
अदाणी की संपत्ति पिछले एक साल में दोगुनी (116 फीसदी) से ज्यादा हो गई है और कुल मिलाकर उन्होंने 5,88,500 करोड़ रुपये जोड़े हैं। पिछले पांच वर्षो में, पहली पीढ़ी के उद्यमी की संपत्ति में 1440 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
--आईएएनएस
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