नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) द्वारा गठित सतत वित्त पर विशेषज्ञों की एक समिति ने आपदा बांड, नगरपालिका बांड, हरित प्रतिभूतिकरण और मिश्रित वित्त जैसे नवीन उपकरणों के उपयोग का सुझाव दिया है।आईएफएससी में पूंजी प्रवाह को बढ़ाने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए, समिति ने आईएफएससी में एकत्रीकरण सुविधाओं, प्रभाव निधि और हरित इक्विटी को सक्षम करने की आवश्यकता का समर्थन किया है।
इसके अलावा, इसने सिफारिश की कि आईएफएससीए को क्षमता निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए क्योंकि यह वित्तीय प्रणाली को हरित करने की नींव रखता है।
कुछ महत्वपूर्ण सिफारिशों में एक स्वैच्छिक कार्बन बाजार विकसित करना, संक्रमण बांड के लिए ढांचा, जोखिम मुक्त तंत्र को सक्षम करना, हरित फिनटेक के लिए नियामक सैंडबॉक्स को बढ़ावा देना और दूसरों के बीच एक वैश्विक जलवायु गठबंधन के निर्माण की सुविधा शामिल है।
समिति ने स्थायी वित्त के विभिन्न पहलुओं पर अपनी सिफारिशें भी दी हैं जिनमें उत्पाद, नीतियां और नियमन, क्षमता निर्माण और हरित और टिकाऊ वित्त से संबंधित पहल शामिल हैं।
पैनल ने 3 अक्टूबर को आईएफएससीए अध्यक्ष को अपनी अंतिम रिपोर्ट सौंपी थी।
समिति की अध्यक्षता पूर्व पर्यावरण सचिव सी.के. मिश्रा कर रहे थे। समिति में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों सहित संपूर्ण स्थायी वित्त पारिस्थितिकी तंत्र के नेता और विशेषज्ञ शामिल थे।
समिति के मुख्य फोकस क्षेत्रों को आईएफएससी नियमों को अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ संरेखित करने, आईएफएससी के माध्यम से पूंजी प्रवाह को बढ़ाने के तरीकों की खोज करने और हरित और टिकाऊ वित्त के क्षेत्र में अभिनव वित्तीय उत्पादों के विकास का समर्थन करने के लिए निर्देशित किया गया था।
--आईएएनएस
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